सरिया व बिरनी में हाथियों ने मचाया उत्पात
संवाद सहयोगी, सरिया/बिरनी (गिरिडीह) : क्षेत्र में हाथियों का कहर जारी है। आए दिन हाथिय
संवाद सहयोगी, सरिया/बिरनी (गिरिडीह) : क्षेत्र में हाथियों का कहर जारी है। आए दिन हाथियों का झुंड गांवों में पहुंचकर उत्पात मचाते हुए जानमाल को क्षति पहुंचा रहा है। शनिवार रात को हाथियों ने सरिया के छत्रबाद और बिरनी के बरांय गांव कहर बरपाया। इस दौरान हाथियों ने स्कूल भवन को क्षति पहुंचाने के साथ-साथ करीब दस लोगों के घरों को ध्वस्त कर दिया। फसलों को भी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान महिला व बच्चा सहित चार लोग घायल भी हो गए।
सरिया थाना अंतर्गत बागोड़ीह पंचायत के छत्रबाद गांव में हाथियों के झुंड ने शनिवार रात जमकर उत्पात मचाया। गांव में 16 हाथियों का झुंड पहुंचा और उत्क्रमित मध्य विद्यालय छत्रबाद में तोड़फोड़ की। विद्यालय के पांच कमरों के दरवाजों व खिड़कियों आदि को हाथियों ने तोड़ दिया। वहीं आलमीरा, कुर्सी जैसे कई फर्नीचर को भी क्षति पहुंचाई। वहां मध्याह्न भोजन के लिए रखे गए चावल, दाल, सरसों तेल, आलू, प्याज सहित अन्य सामग्रियों को चट कर गए। प्रधानाध्यापक अरुण दीप ने इसकी लिखित सूचना सरिया थाना, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को दे दी है। साथ ही वन प्रमंडल पदाधिकारी हजारीबाग (पूर्वी) को आवेदन देकर क्षतिपूर्ति की मांग की है।
बताते चलें कि बीते 15 दिनों से हाथियों के झुंड ने सरिया व बगोदर क्षेत्र के कई गांवों में उत्पात मचा रखा है। इससे जन धन की हानि हो रही है। वहीं गांव के लोग काफी दहशत में जी रहे हैं। वन विभाग द्वारा भी लोगों को हाथियों से सचेत रहने के कई टिप्स दिए जा रहे हैं। वन क्षेत्र पदाधिकारी सरयू प्रसाद यादव ने कहा कि हाथियों को डुमरी प्रखंड के जंगलों में भेज दिया गया है। बिरनी : केशोडीह पंचायत अंतर्गत बरांय तुरिया टोला में देर रात्रि को 22 हाथियों का झुंड पहुंचा और जमकर उत्पात मचाया। दस दलितों के घरों को ध्वस्त कर दिया। हांथियों ने सबसे पहले बुधन तुरी के कच्चे मकान को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। घर गिरते ही परिवार में अफरातफरी मच गई। इसमें मासूम बच्चा अंकित कुमार (1), बुधन तुरी(65), किशोरी तुरी (40), फुलवा देवी (35) आदि गंभीर रूप से जख्मी हो गए। परिजन अपनी जान बचाने के लिए किसी तरह घर से भागे। हल्ला होते ही कई गांव के ग्रामीण लुक लिए पटाख व टीन ढोल बजाते उक्त जगह की ओर कूच कर गए। काफी देर हाथी वहां डटे रहे। अहले सुबह से हाथी बरांय के जंगल मे जाकर शरण लिए हुए हैं। हाथियों के झुंड ने एक शौचालय व एक विशाल कटहल पेड़ को तोड़ते हुए कई किसानों के खेतों में लगे धान के बिचड़े को नष्ट कर दिया। हाथियों के हमले से जख्मी हुए लोगों का इलाज निजी चिकित्सक से कराया जा रहा है।
इन लोगों का घर टूटा : हाथियों के झुंड ने बुधन तुरी, भीखन तुरी, छोटी तुरी, लटल तुरी, प्रकाश तुरी, सोमर तुरी, पवन तुरी, मुरली तुरी, रामदेव तुरी व धर्मेंद्र तुरी के घरों को तोड़ दिया। उन बेघर परिवारों को रहने की ¨चता सताने लगी है। आखिर इस बरसात में छोटे-छोटे बच्चों को लेकर वे किसके घर पर अपना आशियाना बनाएंगे।
-पीड़ित परिवारों से मिले जनप्रतिनिधि : घटना की सूचना पर विधायक प्रतिनिधि लक्ष्मण दास, मुखिया पूर्णिमा देवी, पंसस रुकनी देवी, मुखिया प्रतिनिधि रंधीर मंडल, पंसस प्रतिनिधि गणेश मंडल, गांव के सेवानिवृत चौकीदार बेनी रविदास, समाजसेवी विनोद मंडल आदि वहां पहुंचे और पीड़ित परिवारों को सरकारी प्रावधान के तहत मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया। जनप्रतिनिधियों ने डीएफओ को दूरभाष पर इसकी सूचना दी। डीएफओ ने आश्वासन हाथियों से हुई क्षति का मुआवजा देने का आश्वासन दिया।
-ग्रामीणों ने परिजनों को खाने के लिए की मदद : मुखिया व पंसस प्रतिनिधि रंधीर मंडल, गणेश मंडल, समाजसेवी विनोद मंडल आदि ने बताया कि गांव में हर परिवार से खाद्य सामग्री लेकर पीड़ित परिवारों को दी गई है। सबसे अधिक ¨चता यह है कि पीड़ित परिवारों को रहने के लिए कहां आशियाना दिया जाए। बीडीओ सह सीओ पप्पू रजक ने बताया कि हल्का कर्मचारी से जांच कराके वन विभाग को मुआवजे के लिए रिपोर्ट भेजी जाएगी। डीएफओ ने बताया कि हाथियों को निकालने के लिए वन विभाग के कर्मी लगे हुए हैं। वे लोग हाथियों के पीछे पीछे चल रहे हैं। कहा कि पीड़ित आवेदन दें उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों से छेड़छाड़ नहीं करें। मोबाइल से हाथियों के सामने सेल्फी नहीं लें। गांव में अलाव व लुक लगाएं ताकि उससे हाथी दूर रहें कहा कि यहां क्यूआरटी लगाया जाएगा।