झारखंड बनने के बाद जमुआ में पहली बार कांग्रेस प्रत्याशी
जमुआ विधान सभा का चुनाव चौथा चरण 16 दिसम्बर को होना है। जिसे लेकर उक्त बिधान सभा क्षेत्र में गहमा गहमी शुरू हो गया है। बताते चले जहां एक तरफ भाजपा ने अपना उम्मीदवार स्थानीय बिधायक केदार हाजरा को फिर से मैदान में उतरा है वही झारखण्ड अलग होने के बाद से पहली बार कांग्रेस को अपना उम्मीदवार को जमुआ बिधान के मैदान में उतरा है जिससे कांग्रेस्सियों में काफी हर्ष देखने को मिल रहा है। बताते चले की बीते वर्ष 19
देवरी (गिरिडीह): जमुआ विधानसभा का चुनाव चौथे चरण में 16 दिसम्बर को होना है। इसे लेकर उक्त विधानसभा क्षेत्र में गहमागहमी शुरू हो गई है। अलग झारखंड राज्य बनने के बाद कांग्रेस ने पहली बार जमुआ में प्रत्याशी उतारा है। जहां एक तरफ भाजपा ने अपने उम्मीदवार के रूप में स्थानीय विधायक केदार हाजरा को फिर से मैदान में उतारा है वहीं झारखंड अलग होने के बाद पहली बार कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार को जमुआ विधानसभा से मैदान में उतारा है। इससे कांग्रेसियों में काफी हर्ष है। वर्ष 1980 में जमुआ में कांग्रेस पार्टी से तानेश्वर आजाद विजयी हुए थे जिन्होंने 1985 तक यहां का प्रतिनिधित्व किया। यहां तक कि वे मंत्री भी बने। 1985 में पुन: तानेश्वर आजाद ने कांग्रेस से चुनाव लड़ा जिसमें सीपीआई नेता बलदेव हाजरा से वे चुनाव हार गए। उसके बाद से आज तक कांग्रेस की वापसी उक्त विधानसभा में नहीं हो पाई थी। हालांकि इस बीच बीते वर्ष 2000 में संयुक्त बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अपना प्रत्याशी उतरने का मौका मिला लेकिन वे जीत नहीं पाए। झारखंड अलग होने के बाद सभी विधानसभा चुनाव में गठबंधन के उम्मीदवारों को प्रत्याशी बनाया गया जिसमें जमुआ विधानसभा में कांग्रेस अपना उम्मीदवार नहीं दे पाया। झारखंड अलग होने के बाद पहली बार कांग्रेस ने जमुआ विधानसभा के लिए प्रत्याशी के रूप में डॉ. मंजू कुमारी को सामने लाया है । देवरी के दर्जनों कांग्रेसियों का कहना है कि इस बार जमुआ विधानसभा में कांग्रेस के लोग जीत को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। वे लोग जमुआ विधानसभा में कांग्रेस का झंडा बुलंद करने की तैयारी में जुट गए हैं। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष विमल कुमार सिंह, कैलू देव, रघुनंदन प्रसाद सिंह, मनोज कुमार राय, अब्दुल अंसारी, हलीम अंसारी, सुरेन्द्र सिंह, मोहन सिंह, पुरषोतम चौधरी, गौतम कुमार धीरज, ध्रुव प्रसाद सिंह, कपिलदेव राय, मुन्ना राय, अवधेश कुमार राय, धोकल दास सहित कई लोग मौजूद थे।
झाविमो की ओर से यहां इस बार किसे प्रत्याशी बनाया जाएगा इस पर लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। झाविमो से टिकट लेने के लिए एक पूर्व विधायक सहित कई लोग लगे हुए हैं। अब तक भाजपा ने प्रखंड में तीन चुनावी कार्यालय का उद्घाटन कर दिया है जबकि झाविमो के एक चुनावी कार्यालय का उद्घाटन किया जा चुका है। भाकपा माले ने भी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है। इसके अलावे और अन्य पार्टी भी अपना प्रत्याशी उतारने की तैयारी में जुटी हुई है। अब देखना है कि इस विधानसभा चुनाव में कुल कितने प्रत्याशी जमुआ से होगें और सफलता किसे मिलेगी।