डुमरी का हाल, एक अनार सौ बीमार
डुमरी विधान सभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। वही उम्मीदवारों की सूची भी कुछ राजनीतिक पार्टियों की ओर से जारी हो चुकी है।अभी डुमरी सीट पर सस्पेंस बरकरार हैइस सीट से झाविमो छोड़ किसी भी दल ने अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है हालांकि झाविमो ने अपने प्रत्याशी के रूप में सुल्तान अंसारी के नाम की घोषणा कर दी है।सबसे अधिक संस्पेंस भाजपा-आजसू के बीच है।भाजपा से जहां पूर्व जिलाध्यक्ष सह डूमरी विधानसभा संयोजक प्रशांत जायसवाल ताल ठोक र
डुमरी : डुमरी विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। उम्मीदवारों की सूची भी कुछ राजनीतिक पार्टियों की ओर से जारी हो चुकी है। अभी डुमरी सीट पर सस्पेंस बरकरार है। इस सीट से झाविमो छोड़ किसी भी प्रमुख दल ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। हालांकि झाविमो ने अपने प्रत्याशी के रूप में सुल्तान अंसारी के नाम की घोषणा कर दी है। सबसे अधिक सस्पेंस भाजपा-आजसू के बीच है। भाजपा से जहां पूर्व जिलाध्यक्ष सह डुमरी के विधानसभा संयोजक प्रशांत जायसवाल ताल ठोक रहे हैं वहीं आजसू से डुमरी प्रमुख यशोदा देवी चुनावी समर में उतरने की तैयारी कर रही हैं। महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप में झामुमो विधायक जगरनाथ महतो की उम्मीदवारी पक्की है। चुनाव को क्षेत्र के हर जगह चौक चौराहे पर इस बार किसको मिलेगा टिकट, कौन मारेगा बाजी, जैसी चर्चाएं आम होने लगी हैं।
आम लोगों का मिजाज जानने के लिए अनुमंडल कार्यालय समीप संचालित विनय पांडेय की चाय दुकान पर तड़के पहुंच गया। सुबह का समय था और वातावरण में कुहासे की धुंध चारों ओर फैली हुई थी। ऐसे में मॉर्निंग वॉक करनेवाले कुछ बुजुर्ग और युवाओं की चाय की दुकान पर भीड़ जुटने लगी। कुछ लोग घरों से निकलकर सुबह-सुबह चाय की तलब को लेकर दुकान पर पहुंचे। चाय की चुस्की के साथ लोगों की संख्या भी बढ़ने लगी। आम लोगों के साथ कुछ राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता भी चाय की दुकान पर अब पहुंच चुके थे। चाय की गर्माहट के साथ-साथ चुनावी चर्चा में भी गर्मी आने लगी। सबके अपने-अपने तर्क थे। सुबह-सुबह डुमरी चौक पर गांव से पहुंचे निरंजन महतो ने कहा कि डुमरी में तो एक अनार और दस बीमार वाली कहानी हो गई है। जगरनाथ ठाकुर ने तपाक से अपनी बात बदलने की कोशिश करते दूसरे आगंतुक से पूछा कि क्या हालचाल है। कल भाजपा प्रत्याशी की लिस्ट जारी हुई, डुमरी से बीजेपी के उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं हुई। आखिर क्या माजरा है? कुछ समझ में नहीं आ रहा है। इस बीच चाय का ऑर्डर देकर इंतजार कर रहे महावीर महतो ने कहा कि भाजपा में यहां उम्मीदवारों की फौज है। पैसा और पैरवी भी जरूरी है चुनाव लड़ने के लिए। शायद इसीलिए पार्टी पशोपेश में पड़ी है किसे उतारा जाए जो मौजूदा विधायक जगरनाथ महतो को पटखनी दे पाए। इसी बीच कन्हैया विश्वकर्मा ने कहा कि डुमरी विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी के चयन में काफी सावधानी बरत रही है। पार्टी नफा नुकसान पर फूंक-फूंककर कदम बढ़ा रही है। डीलचंद महतो ने कहा कि जेएमएम विधायक को घेरने के लिए यहां तो भाजपा ब्रिगेड लगा हुआ है। अभी भाजपा का टिकट पानेवाले उम्मीदवारों की धड़कन काफी तेज है। टिकट की चाहत रखनेवाले प्रत्याशी अंदर से सहमे हुए हैं। वैसे तो यहां जितने भी उम्मीदवार क्षेत्र भ्रमण कर रहे हैं, वे सभी अपने को प्रबल दावेदार बता रहे हैं। कह रहे हैं कि टिकट उन्हीं को मिलना निश्चित है। इधर चाय की प्याली फेंकते हुए अलखनाथ चौधरी ने कहा कि अरे बीजेपी की बात छोड़िए, आजसू व जदयू ने भी तो अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। उसमें भी तो कई नामों की चर्चा है और सभी कहते फिर रहे हैं कि टिकट उन्हें ही मिलेगा। उम्मीदवार और जनता दोनों में यही चर्चा है कि आखिर जगरनाथ महतो के खिलाफ टिकट किसको मिलेगा। तब तक वेदप्रकाश पाठक ने फटाक से कहा कि टिकट जिसे भी मिले, यहां मुकाबला दिलचस्प होगा। हनीफ मियां ने कहा कि अभी धुंध छटी नहीं है। सभी संभावित उम्मीदवार यही बताकर भ्रम फैला रहे हैं कि टिकट तो उन्हें ही मिलेगा। इसी बीच चुप्पी साधे बैठे शशि पटेल तपाक से बोल पड़ते हैं कि जो भी हो इस बार डुमरी विधानसभा का चुनाव पूरा दिलचस्प ही होगा। किसी भी उम्मीदवार के लिए इस बार का चुनाव जीतना काफी संघर्षपूर्ण रहेगा।