जैन तीर्थस्थल मधुबन में डोली मजदूर हड़ताल पर, तीर्थयात्री परेशान Giridih News
मधुबन में 35 से 40 जैन धर्मशाला हैं। इनमें पांच हजार कर्मचारी काम करते हैं। साथ ही यहां करीब दस हजार मजदूर हैं जो तीर्थयात्रियों को डोली पर बिठाकर पारसनाथ पहाड़ पर ले जाते हैं।
गिरिडीह, जेएनएन। विश्व प्रसिद्ध जैन तीर्थस्थल मधुबन में डोली मजदूर गुरुवार को हड़ताल पर चले गए। हड़ताल एकदिवसीय और सांकेतिक है। मजदूरों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे।
मधुबन में 35 से 40 जैन धर्मशाला हैं। इनमें करीब पांच हजार कर्मचारी काम करते हैं। साथ ही यहां करीब दस हजार मजदूर हैं जो तीर्थयात्रियों को डोली पर बिठाकर पारसनाथ पहाड़ पर ले जाते हैं। सभी मजदूर गुरुवार को हड़ताल पर चले गए। बाजार भी बंद है। इससे देश के विभिन्न भागों से यहां आए जैन तीर्थयात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पहाड़ पर स्थित मंदिरों का दर्शन लोग नहीं कर पा रहे हैं। तलहटी से लेकर पहाड़ तक तीर्थयात्रियों को भोजन का संकट हो गया है। हड़ताली मजदूरों ने धरना देकर ऐलान किया है कि आज सिर्फ सांकेतिक हड़ताल है। जैन संस्थाओं ने यदि उनकी मांगों को नहीं माना तो आने वाले समय में बेमियादी हड़ताल की जाएगी।
तीन जैन संस्थाओं धर्ममंगल जैन विद्यापीठ, सम्मेदाचल विकास कमेटी एवं भौमिया भवन ने दर्जनों कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। इन कर्मचारियों की नौकरी में वापसी एवं कर्मचारियों को न्यूनतम मजदूरी देने तथा डोली मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने की मांग को लेकर झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन के बैनर तले मधुबन के मजदूर पिछले चार माह से आंदोलन कर रहे हैं। झामुमो एवं माले भी इस लड़ाई को समर्थन दे रही है। जैन संस्था एवं प्रशासन से वार्ता के बाद भी कोई हल नहीं निकला। इसके बाद यूनियन ने एक दिन का हड़ताल का आह्वान किया था।