डॉक्टरों की टीम ने किया बंदी अशोक के शव का पोस्टमार्टम
पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर राजीव कुमार ने बताया कि मृतक के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे।
गिरिडीह : सेंट्रल जेल में फांसी लगाने वाले विचाराधीन बंदी अशोक मल्लाह के शव का पोस्टमार्टम दंडाधिकारी अशोक कुमार की मौजूदगी में डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम ने शनिवार की सुबह करीब 11 बजे किया। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई। उपायुक्त के निर्देश पर यह किया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर राजीव कुमार ने बताया कि मृतक के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे। यह आत्महत्या का मामला लगता है। वैसे विसरा रिजर्व रखा गया है। सेंट्रल जेल में विचाराधीन बंदी 25 वर्षीय अशोक मल्लाह ने शुक्रवार की शाम को जर्जर शौचालय में गमछा के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह पीरटांड थाना अंतर्गत बोनासिघा गांव का रहने वाला था। दहेज हत्या के आरोप में वह जेल में बंद था।