giridhi news सूखे की मार झेल रहे किसानों पर आफत, वज्रपात से 43 जानवरों की मौत
देवरी में सूखे की मार झेल रहे किसानों पर बड़ी आफत आन पड़ी है। बताया जाता है कि जेरोडीह गांव के कुछ किसान अपने जानवरों को लेकर पहाड़ी पर चराने गए थे लेकिन अचानक हुए वज्रपात से 43 जानवरों की मौत हो गई। सभी जानवरों का पोस्टमार्ट कराया गया है।
संवाद सहयोगी, देवरी (गिरिडीह) : प्रखंड के भेलवाघाटी के तिलकडीह पंचायत अंतर्गत जेरोडीह के जंगल में वज्रपात से 43 जानवरों की मौत हो गई। मृत मवेशियों का मंगलवार को पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया देर शाम तक चलती रही। घटना में तीन बच्चे भी हल्के रूप से झुलसे हैं। जिनका इलाज चल रहा है। ग्रामीण अपने मवेशियों को चराने के लिए गांव के समीप जेरो जंगल स्थित पहाड़ी लेकर गए थे। सभी मवेशी एक साथ जत्था में चर रहा था कि अचानक वहां वज्रपात हुआ। जिसमें एक साथ चर रहे 43 जानवरों की मौके पर ही मौत हो गई। क्षेत्र में वज्रपात से इतने जानवरों के साथ मरने वाले जानवरों की पहली घटना है। इनमें 23 भेड़, 13 बकरियां और छह गाय-बैल थे। पीड़ित किसानों ने बताया कि एक तो इस वर्ष सुखाड़ है वहीं अब दुर्गा पूजा समीप है। भेड़-बकरी बेच कर वे त्यौहार मनाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन सबकुछ खत्म हो गया। स्थानीय मुखिया बिनोद हेंब्रम सहित कई पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने घटना स्थल पर पहुंचकर पीड़ित स्वजनो को हर संभव सहयोग करने की बात कही। मुखिया ने प्रशासन से पशुपालकों को चिह्नित कर उचित मुवावजा दिलाने की मांग की।
इनको हुआ नुकसान : भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के जेरोडीह गांव निवासी सिरिल बेसरा के आठ भेड़, एक बकरी, बबुआ बेसरा के सात भेड़, तीन बकरी, चंदन मरांडी की एक दुधारु गाय, दो बकरी, बिशुन मुर्मू का एक बैल, दो बकरी, दो बकरा, मुंशी मुर्मू की दो बकरी, दो बकरा, पतरसिया बेसरा की एक गाय, विजय मरांडी का एक बैल, मांगरा बेसरा के पांच भेड़, चनकु मुर्मू का एक बकरा व एक बकरी, रंजीत मुर्मू की एक दुधारु गाय, संतोष बेसरा की एक दुधारु गाय, एक बछड़ा का नुकसान हुआ है।
बारिश में पहाड़ों या ऊंची जगहों पर न जाएं ः प्रभारी पशु चिकित्सा पदाधिकारी रंजीत सोरेन घटना स्थल पर पहुंचे और कहा कि सभी मवेशियों का पोस्टमार्टम चिह्नित कर किया जा रहा है। सोरेन ने बताया की कुल 43 मवेशी की मौत हुई है। सभी का पोस्टमार्टम होगा। पशु चिकित्सा पदाधिकारी ने पशुपालकों से कहा कि ऊंचे पहाड़ियों पर बारिश के दौरान मवेशी न चराएं। ऊंची जगहों व जंगलों में वज्रपात का खतरा ज्यादा रहता है। बारिश के दौरान जितना संभव हो मवेशियों को सुरक्षित ठिकाने में ही रखें।
किसानों ने सामूहिक रूप में सीओ को दिया आवेदन ः घटना में हुए नुकसान की भरपाई के लिए सभी पीड़ितों ने देवरी अंचलाधिकारी को मुआवजा के लिए सामूहिक रूप से आवेदन दिया। अंचलाधिकारी राजमोहन तुरी ने बताया कि सरकारी प्राविधान के अनुरूप सभी पीड़ितों को हर संभव लाभ दिलवाया जाएगा। चिकित्सक को घटना स्थल पर ही भेज कर सभी मृत मवेशियों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद अभिलेख खोल कर आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।