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रिश्तेदारों ने की 1.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी

गिरिडीह पारिवारिक और व्यावसायिक रिश्ते के आड़ में एक करोड़ 92 लाख रुपये की धोखाधड

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Jul 2021 09:17 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jul 2021 09:17 PM (IST)
रिश्तेदारों ने की 1.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी
रिश्तेदारों ने की 1.92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी

गिरिडीह : पारिवारिक और व्यावसायिक रिश्ते के आड़ में एक करोड़ 92 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला नगर थाने में दर्ज किया गया। यह प्राथमिकी रांची के बरियातु के पेवल वे सोसाइटी बरियातु निवासी मनीष कुमार अग्रवाल के आवेदन पर दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिकी में नगर क्षेत्र के तिरंगा चौक स्थित वृंदावन अपार्टमेंट निवासी एक ही परिवार के अभिषेक अग्रवाल, आयुष रंजन, सतीश प्रसाद अग्रवाल, आरती रंजन, रंजू देवी और राहुल कुमार को आरोपित बनाया गया है। ये सभी मूल रूप से बिहार के गया जिला के शिव बच्चन क्लीनिक बीएन झा रोड के रहने वाले हैं।

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दर्ज प्राथमिकी में बताया गया कि रांची के अलावा गिरिडीह में मेरा छड़, एंगल, पट्टी व पाइप का धंधा है। आरोपितों ने पारिवारिक और व्यापारिक रिश्ता है। इस वजह से वर्ष 2018 में गिरिडीह स्थित उनके आवास पर इन लोगों से मुलाकात हुई थी। इसी क्रम में गया में लोहा का बिजनेस करने का प्रस्ताव दिया। साथ ही कहा कि सामग्री की आपूर्ति होते ही भुगतान किया जाएगा। सामग्री का बिक्री नहीं होने पर वापसी की शर्त तय हुई थी। इस करार के मुताबिक अपने फर्म मां भगवती ट्रेडर्स से उनके फर्म केपी एंड संस एवं गायत्री ट्रेडर्स में छड़, एंगल, पट्टी व पाइप की आपूर्ति शुरू किया। प्रारंभ में तो सामग्री के आपूर्ति के साथ ही भुगतान मिलने लगा था। जिस वजह से इन लोगों पर विश्वास बढ़ता गया। इसके बाद उक्त लोग फोन करके आर्डर देना शुरू किया और अलग-अलग तिथियों में उपरोक्त लोगों ने एक करोड़ 92 लाख रुपये का समान मंगाया। इसके बाद भुगतान में देरी करने लगे। जिसे देख भुगतान के लिए तगादा किया जाने लगा तो कोई न कोई बहाना बनाकर ये लोग मामले को टाल जाते थे। रिश्तेदारी की वजह से भी अधिक दबाव नहीं बना पाते थे। लगातार भुगतान में हो रही देरी तथा रुपये देने में आनाकानी करने पर जब उनसे भुगतान को कहा गया तो वो इस पर अभद्र व्यवहार करने लगे। बीते 28 जुलाई 2021 को अभिषेक को फोन किया तो उन्होंने फोन रिसीव भी नहीं किया। इसके बाद जब उसके घर गया तो कमरे के अंदर ले जाकर अभद्रता करते हुए जान मारने तक की धमकी देते हुए मारपीट की। इस दौरान मेरे गले में पहने तकरीबन एक लाख रुपये की सोने की चेन भी अभिषेक छीन ली। साथ गए कन्हैया प्रसाद अग्रवाल द्वारा जोर-जोर से चिल्लाने पर हम दोनों की जान बची। उन्होंने कहा कि शुरू से ही उक्त लोगों की मंशा गलत रही थी लेकिन समझ नहीं पाया और मेरा विश्वास जीतकर एक करोड़ 92 लाख रुपये की धोखाधड़ी व ठगी करने का काम किया है। थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए मामले के अनुसंधान की जिम्मेवारी पुलिस अवर निरीक्षक गौरी शंकर को सौंपी है।


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