बकरा मारने पर दलित युवकों की पेड़ से बांधकर पिटाई
मुफस्सिल थाना अंतर्गत घघरडीहा गांव में बकरा चुराकर काटने के आरोप में ग्रामीणों ने 29 जुलाई को दो दलित युवकों परमानंद दास एवं शंकर दास की पेड़ में बांधकर पिटाई की थी। इस मामले में पीड़ित युवकों की शिकायत पर स्थानीय मुखिया बालेश्वर यादव के अलावा राजेश यादव सुरेंद्र यादव दीपक यादव बासुदेव यादव कामदेव यादव पवन यादव समेत 1
गिरिडीह : मुफस्सिल थाना अंतर्गत घघरडीहा गांव में बकरा चुराकर काटने के आरोप में ग्रामीणों ने गत दिन दो दलित युवकों को पेड़ में बांधकर पिटाई कर दी। इसे लेकर पीड़ित युवकों ने मुखिया सहित 18 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है। इसे लेकर गांव में तनाव भी है। इस बीच पुलिस अधीक्षक अमित रेणु भी गांव पहुंचकर मामले की जांच की।
क्या है मामला : पीड़ित युवक परमानंद दास व शंकर दास ने कहा कि गत 28 जुलाई को उनकी फसल को बकरा खा रहा था। दोनों ने बकरे को खदेड़ दिया था। बाद में बकरे को यादव परिवार के लोगों ने खुद ही मार दिया। इसके बाद बकरा मारने का आरोप लगाते हुए दोनों को घर से निकालकर एक पेड़ में बांध दिया। इस दौरान पंचायत हुई, जिसमें उनसे जबरन कहलवाया गया कि उन दोनों ने बकरे को मारा है। उन पर जुर्माना भी लगाया गया। उन पर कई लोगों ने थूका भी था। दोनों को बांधने की सूचना मिलने पर मुखिया भी वहां पहुंचे और पंचायत के बाद दोनों को छोड़ दिया गया।
इन पर दर्ज कराई गई प्राथमिकी : पीड़ित युवकों की शिकायत पर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें 18 लोगों को नामजद किया गया है। आरोपितों में स्थानीय मुखिया बालेश्वर यादव के अलावा राजेश यादव, सुरेंद्र यादव, दीपक यादव, बासुदेव यादव, कामदेव यादव, बंधु यादव, पवन यादव, शंकर यादव, सिटी यादव, पप्पू यादव, रामदेव यादव, अशोक यादव, भूपाली यादव, सुखन यादव, अजय यादव, मंगलू यादव एवं प्रवीण यादव शामिल हैं।
युवकों पर बकरा काटकर खाने का आरोप : इधर, गांव की शकुंतला देवी ने भी शनिवार की देर शाम परमानंद दास एवं शंकर दास के खिलाफ बकरा चोरी कर काटकर खा जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। उसने कहा है कि दोनों युवकों ने बकरे की चोरी कर उसे खाया है। इस मामले को लेकर पंचायत हुई थी। पंचायत में मामला सलट गया था। दलित उत्पीड़न का आरोप गलत है।
युवकों को नहीं किया गया प्रताड़ित : मुखिया : मुखिया बालेश्वर यादव ने कहा कि 28 जुलाई को बकरा काटने की शिकायत मिली थी। 29 जुलाई को पंचायत हो रही थी। पंचायत में काफी भीड़ हो गई तो कुछ लोगों ने जबरन दोनों युवकों को पेड़ से बांध दिया। उन्होंने तुरंत दोनों को बंधन मुक्त करा दिया था। इस दौरान किसी भी तरह से दोनों युवकों को प्रताड़ित नहीं किया गया। राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें फंसाया गया है। थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने बताया कि जिस दिन पंचायत हो रही थी, उसकी सूचना पर पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा था। दोनों पक्षों को थाना भी बुलाया गया था। उस दिन दोनों पक्षों ने आपस में मामला सलटाने की बात कहते हुए आवेदन नहीं दिया था। बाद में दोनों पक्षों ने शिकायत दर्ज कराई है। इसका अनुसंधान किया जा रहा है।
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई : एसपी : घघरडीहा गांव में बकरा मारने के आरोप में दलित युवकों को पेड़ से बांधकर पिटाई करने के मामले की जांच करने रविवार को एसपी अमित रेणु व एसडीपीओ कुमार गौरव पहुंचे। इस दौरान पुलिस पदाधिकारियों ने पूरे मामले की छानबीन की। पीड़ित युवकों के साथ-साथ उनके परिजनों तथा स्थानीय लोगों से घटना के बारे में विस्तार से जानकारी ली। पीड़ितों से पूछताछ के बाद एसपी व एसडीपीओ उस स्थल पर भी पहुंचे, जहां पंचायत हुई थी। जिस पेड़ से दोनों को बांधा गया था, उस स्थान का भी मुआयना किया। वहां भी कई लोगों से पूछताछ की। एसपी ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।