छोटे सुराग से मिली बड़ी सफलता
जागरण संवाददाता गिरिडीह शहर के बक्सीडीह रोड स्थित कांग्रेस दफ्तर के बगल में रहने वाल
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : शहर के बक्सीडीह रोड स्थित कांग्रेस दफ्तर के बगल में रहने वाले व्यवसायी उत्तम गुप्ता के घर हुई डकैती का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस को घटना के 16वें दिन यह सफलता मिली। डकैती को अंजाम देने वाले सात में से पांच व लूटे गए जेवरात को खपाने में शामिल रहने वाला एक आरोपित को पुलिस ने दबोचा है। गिरफ्तार अपराधियों में पचंबा थाना क्षेत्र के 28 नंबर भंडारीडीह निवासी संजय विश्वकर्मा, राजकुमार पासवान, पलामू जिला के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के पिपराखुर्द गांव निवासी आनंद कुमार महतो, धनबाद जिला के बैंक मोड़ थाना अंतर्गत विकास नगर निवासी भुवनेश्वर बेलदार, गिरिडीह के अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के सिमपुर गांव निवासी सुनील साव समेत जेवरात खपाने वाला पलामू जिला के पांकी थाना अंतर्गत तेतराई गांव लिवासी गोपाल सोनी शामिल हैं। लूटी गई कार को अपराधियों के पास से पलामू के रेहला से बरामद किया गया है। साथ ही जेवरात, नकद व मोबाइल भी अपराधियों के घर से मिले हैं, जबकि 50 ग्राम गलाया हुआ सोना गोपाल के पास से बरामद किया गया है।
यह जानकारी रविवार को पुलिस लाइन में मुख्यालय डीएसपी संजय कुमार राणा ने पत्रकारों को दी। बताया कि वारदात को सात अपराधियों ने अंजाम दिया था। इसमें पांच को दबोचा गया है, जबकि गिरफ्तार छठा आरोपित लूटा गया सोना को गलाकर खपाने का काम करता है। दो अन्य अपराधी फिलहाल पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। यह वारदात पूरी तरह से ब्लाइंड केस बन चुका था। लगातार पूछताछ के बाद भी कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगने से पुलिस भी हतोत्साहित होने लगी थी, लेकिन इसे पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया था। कई बिन्दुओं पर अनुसंधान करने के बाद एक छोटा सुराग हाथ लगा और पुलिस छापेमारी करते हुए सफलता हासिल करने में कामयाब रही। प्रेसवार्ता में डीएसपी के अलावा थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी, पुअनि अशोक कुमार, विमलेश कुमार, किशन कुमार आदि थे।
बरामद सामान : लूटे गए बरामद सामानों में नकद 1.48 लाख रुपये, लूटी गई आइ टेन कार, गलाया हुआ सोना 50 ग्राम, कान की बाली, नथिया, पायल, चांदी का कटोरा, चांदी की तस्तरी, कृत्रिम जेवरात, आठ मोबाइल फोन शामिल है। - टीम में ये थे शामिल : डाकाकांड की जांच को डीएसपी संजय कुमार राणा के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। इसमें नगर थानेदार आरएन चौधरी, पचंबा थानेदार नीतीश कुमार, पुअनि अशोक कुमार, किशन कुमार, विमलेश कुमार, तकनीकि शाखा के जोधन महतो, पितांबर कुमार पांडेय, रोजश गोप व साइबर थाने के मनीष कुमार वर्मा आदि शामिल थे।
- एक सप्ताह से संजय कर रहा था रेकी : व्यवसायी के घर डकैती की घटना को अंजाम देने को लेकर संजय अपने साथी राजकुमार के साथ एक सप्ताह से रेकी कर रहा था। इस क्रम में संजय व्यवसायी के घर आने जाने वाले रास्ते से लेकर छत की ओर से घर में प्रवेश करने समेत अन्य चीजों की जानकारी जुटा रहा था। इसके बाद पलामू समेत अन्य स्थानों से अपने सहयोगियों को हथियार के साथ बुलाकर घटना को अंजाम दिया था। लेथ मशीन आपरेटर संजय ने पकड़ी अपराध की राह : संजय वैसे तो पूर्व में स्थानीय दुकानों में लेथ मशीन आपरेटर का काम करता था। इसके बाद उसने कुछ लोगों के साथ मिलकर अपनी राह बदल ली। 2016 में ही रामगढ़ में एक व्यवसायी के घर भीषण डकैती की। इस मामले में रामगढ़ थाने में प्राथमिकी भी दर्ज है। वह हाल ही में जेल से छूटा है। जेल में ही उसकी दोस्ती अन्य जिलों के अपराधियों से हुई थी। वहीं घटना में शामिल धनबाद का भुवनेश्वर बेलदार भी एक डाकाकांड में आरोपित रहा है। उसके खिलाफ धनबाद बैंक मोड़ थाने में प्राथमिकी दर्ज है। जबकि दो फरार अपराधी भी पूर्व से डकैती मामले के आरोपित है। - जेल से छूटे लोग लिए गए थे हिरासत में : मामले का खुलासा करने को लेकर अलग-अलग जगहों पर छापेमारी करते हुए 70 से अधिक वैसे लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था जो अपराध के मामले में जेल से छुट कर बाहर आए हुए थे। इसके अलावा अन्य को भी संदेह के आधार पर पकड़ा गया था जिन्हे बाद में छोड़ दिया गया था।