खेत सूखे, उम्मीदों पर फिर पानी
संस, बगोदर (गिरिडीह): प्रखंड में मौसम की बेरूखी से समय वर्षा नहीं होने के कारण धान की फ
संस, बगोदर (गिरिडीह): प्रखंड में मौसम की बेरूखी से समय वर्षा नहीं होने के कारण धान की फसलें सूखने लगी हैं। धान की फसल को पीला पड़ता देख किसान ¨चतित हैं। प्रखंड के बेको, चौधरीबांध, औंरा, तिरला, हेसला, अटका, दोंदलो सहित आसपास के क्षेत्रों के किसानों के चेहरे पर इन दिनों मायूसी छाई हुई है।
गौरतलब है कि धान फूटने के कगार पर है, लेकिन बारिश नहीं होने से खेतों में दरार पड़ चुकी है। इस बार हुई जोरदार बारिश ने किसानों में अच्छी फसल की उम्मीद जगाई थी, लेकिन पिछले एक माह से व हथिया नक्षत्र के बाद अब चित्रा नक्षत्र आने में भी बारिश नहीं होने की वजह से किसान मायूस हैं।
बेको के किसान जगदीश महतो कहते हैं कि ¨सचाई की सुविधा नहीं होने के कारण बरिश के अभाव में धान की फसल मर रही है। जितेंद्र कुमार कहते हैं कि भगवान ने तो उम्मीदों पर पानी फेर ही दिया है, अब देखते हैं कि सरकार हमारे लिए क्या करती है। शंकर महतो का कहना है कि रोपनी के समय बारिश हुई थी, लेकिन अब मौसम की बेरूखी से फसल मर रही है। उन्होंने सरकार से क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की।