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संदिग्ध लग रहा थानेदार को मारकर भागने का मामला

थाना से आमजनों की सुरक्षा मिलती हैं। लेकिन थाना खुद को इस समय सुरक्षा नही है। इसकी सुरक्षा के लिए सरकार ने हर विभाग में नजर रखने व सुरक्षा के ²ष्टिकोण से तीसरी आँखे सीसीटीवी कैमरा लगाने का आदेश दिया गया है। उसके बाद भी बिरनी थाना में नही लगी है तीसरे आंखे सीसीटीव कैमरा। थाना में सीसीटीवी कैमरा लगा होता तो बीते दिन रविवार को जो घटना थाना प्रभारी प्रभारी के साथ घटना घटी है। वह सब सीसीटीव कैमरे में कैद हो जाता।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 07:00 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 07:00 PM (IST)
संदिग्ध लग रहा थानेदार को मारकर भागने का मामला
संदिग्ध लग रहा थानेदार को मारकर भागने का मामला

बिरनी (गिरिडीह) : सुरक्षा के दृष्टिकोण से सरकार ने हर विभाग में सीसीटीवी कैमरा लगाने का आदेश दिया है, उसके बाद भी बिरनी थाना में कैमरा नहीं लगा है। सीसीटीवी कैमरा लगा होता तो रविवार को जो घटना थाना प्रभारी के साथ घटी, वह सब सीसीटीवी में कैद हो जाती और घटना का राज खुल जाता। आरोपित के थाना प्रभारी को मुक्का मारकर थाना से फरार हो जाना चौंकानेवाली बात है। समस्याओं को लेकर विभिन्न क्षेत्रों से आए ग्रामीणों की भीड़ वहां लगी थी। इस भीड़ व पुलिस के सामने आरोपित के थाना से फरार हो जाने की बात किसी के गले से नीचे नहीं उतर रही है। मामला संदेहास्पद भी हो गया है।

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घटना के समय वहां उपस्थित रहे प्रत्यक्षदर्शी जिप सदस्य कैलाश यादव ने कहा कि थाना प्रभारी सुरेश मंडल व अन्य को किसी भी आरोपित ने मुक्का नहीं मारा है, लेकिन वह किसी तरह थाना से भाग गया। रविवार दोपहर थाना के मुंशी ने अचानक थाना प्रभारी से पूछा कि जिसको वह गिरफ्तार कर लाए हैं वह कहां है। इस पर थाना प्रभारी ने कहा कि बाहर बैठा है। मुंशी जब देखने लगा तो आरोपित थाना के अंदर नहीं था। वह नहीं मिला तब हल्ला हुआ कि आरोपित थाना से फरार हो गया है। पुलिस ने पकड़ने के लिए उसका पीछा किया, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। थाना प्रभारी इससे बचने के लिए साजिश के तहत शाम को खुद कहने लगे कि आरोपित उन्हें मुक्का मारकर थाना से फरार हो गया। इससे वह जख्मी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि रविवार सुबह लगभग दस बजे अपने क्षेत्र मरगोडा के ग्रामीणों की समस्या को लेकर व यहां आए थे। थाना में ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई थी। वह थाना में दस बजे से लेकर लगभग दो बजे तक ग्रामीणों के साथ थे। उस समय तक थाना प्रभारी के साथ कोई घटना नहीं घटी थी। उन्होंने इसकी उच्चस्तरीय जांच व दोषी पर कार्रवाई करने की मांग की है। एसडीपीओ विनोद कुमार महतो ने दूरभाष पर बताया कि घटना के बारे में थाना प्रभारी ने जानकारी दी है। थाना प्रभारी को धक्का देकर या मुक्का मारकर फरार हो जाना गंभीर मामला है। इसकी जांच की जा रही है।

थाना प्रभारी ने किया आरोपित पर मुकदमा दर्ज : थाना प्रभारी सुरेश मंडल ने उन्हें मुक्का मारकर थाना से फरार होनेवाले आरोपित एवं अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। कहा है कि आरोपित को पकड़कर मुरैना से पुलिस के वाहन से थाना पहुंचे। वाहन के थाना में खड़े होते ही आरोपित पीछे से उनके सीने पर मुक्का मारकर थाना से फरार हो गया। इससे वह जख्मी हो गए जिनका इलाज बिरनी अस्पताल में किया गया। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। कहा कि रही बात सीसीटीवी कैमरे की तो थाना में वह नहीं लगा है। एसपी को पत्र लिखकर इससे अवगत कराया जाएगा। थाना में शीघ्र ही सीसीटीवी कैमरा लगवाया जाएगा। जिप सदस्य कैलाश यादव ने जो आरोप लगाया है वह निराधार है। लगता है कि वह उस आरोपित के पक्ष के हैं।


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