व्यवसायी से ठगी करनेवाला सूफी बाबा जालंधर से गिरफ्तार
घर से दुख दर्द दूर करने के नाम पर पूजा पाठ कराकर जेवरात समेत बारह लाख रूपये की ठगी करने वाला सूफी बाबा को नगर पुलिस की टीम ने पंजाब के जालंधर स्थित कचहरी चौक से गिरफ्तार की है। गिरफ्तार आरोपित उत्तराखंड़ राज्य के हरिद्वार जिले के लश्कर थानांतर्गत खेड़ीकला गांव का रहने वाला है। गिरफ्तार आरोपित ने पूछताछ के क्रम में ठगी की बात को स्वीकार करते हुए इस गिरोह
गिरिडीह : घर से दुख-दर्द दूर करने के नाम पर पूजा-पाठ कराकर जेवरात समेत बारह लाख रुपये की ठगी करने वाला सूफी बाबा को नगर पुलिस की टीम ने पंजाब के जालंधर स्थित कचहरी चौक से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार जिले के लश्कर थानांतर्गत खेड़ीकला गांव का रहनेवाला है। गिरफ्तार आरोपित ने ठगी की बात को स्वीकार करते हुए इस गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों के बारे में भी पुलिस को कई अहम जानकारी दी है।
मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक वन विनोद कुमार रवानी ने नगर थाना में सूफी बाबा की गिरफ्तारी की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मई 2018 में शहर के व्यवसायी रामकिशोर प्रसाद का परिवार सूफी बाबा के बहकावे में आकर अपने घर में पूजा पाठ कराने लगे। इसी क्रम में बाबा ने पंचधातु की मांग की, जिसमें सोना, चांदी, तांबा, पीतल व लोहा शामिल था। सभी सामान गृहमालिक ने बाबा को उपलब्ध करा दिया। तीन माह तक नियमित रूप से पूजा पाठ करने को कहा। इसी बीच तीन माह पूरा होने के एक दिन पहले ठगी करनेवाले सूफी बाबा उनके घर पर पहुंचे और सारा सामान लेकर फरार हो गए। पीड़ित ने नगर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
मामले के अनुसंधान के क्रम में सूफी बाबा के जालंधर में होने व इसी तरह की ठगी करने की जानकारी मिली। नगर थाने के सहायक अवर निरीक्षक जयकुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर ठगी करने वाले सूफी बाबा को गिरफ्तार करने पंजाब के जालंधर गई। पंजाब पुलिस के सहयोग से ठगी करनेवाले सूफी को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार सूफी को प्रेसवार्ता के बाद न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया।
न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया। जानकारी देते समय डीएसपी के अलावा इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी दिलीप कुमार यादव व मामले के अनुसंधानकर्ता सअनि जयकुमार सिंह मौजूद थे।
इन्हें बनाया था ठगी का शिकार: पूजा पाठ के नाम पर सूफी बाबा ने पुराना जेल के पीछे स्थित राजाबंगला निवासी बीज व्यवसायी रामकिशोर प्रसाद को ठगने में सफल हो गया था। ठग ने उनके घर से नकद समेत बारह लाख रूपये के जेवरात व अन्य वस्तुओं की ठगी किया था। इसमें 250-250 सौ ग्राम सोना, चांदी, तांबा, पीतल व लोहा शामिल था।
जालंधर में ठगी के मामले में जा चुका है जेल: सूफी बाबा के नाम से ठगी करने वाला गिरिडीह के बाद जालंधर भाग गया। वहां एक अधिवक्ता को अपने बुने जाल में फंसाया और पंचधातु की मांग कर ठगी करने का काम किया था। सोना व चांदी समेत नकद व अन्य वस्तुओं की ठगी कर चुका था। जालंधर के डिवीजन चार थाना में एक मामला दर्ज किया गया था। सूफी बाबा को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हाल ही में जमानत पर जेल से रिहा होकर बाहर आया था। इसी बीच नगर पुलिस ने अपने यहां दर्ज ठगी के मामले में दबोचने में कामयाब हो गई।
नाम बदलकर रहता था बाबा : ठगी के धंधे को अंजाम देनेवाला सूफी बाबा अलग-अलग नाम बदलकर रहता था। सूफी बाबा उर्फ हकीम उर्फ शहजाद अली उर्फ मुल्ला जैसे नामों से प्रचलित था। वह ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए उत्तराखंड से ही शुरुआत की थी, लेकिन धीरे-धीरे वह ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए झारखंड, पंजाब समेत अन्य राज्यों में नाम बदलकर ठगी करने में जुटा था।
गड्ढा करवाकर रखा दिया था जेवरात: घर में शांति व दुख दूर करने के लिए सोना-चांदी समेत जेवरात व अन्य धातुओं को लाल कपड़ा में बंधवाकर घर के अंदर गड्डा खोदकर उसके अंदर रखा दिया था। घर के सदस्यों से सुबह शाम उस स्थान पर तीन माह तक पूजा करने बोला गया था। तीन माह पूरा होने के एक दिन पहले वहां पहुंचा और पूजा ठीक से हो रहा है कि नहीं कहते हुए घर के अंदर चला गया। थोड़ी देर बाद निकला और पूजा बहुत अच्छा से होने की बात कहकर चला गया। घरवाले पूजा पूरा होने के बाद दूसरे दिन उसका इंतजार करने लग, लेकिन वहां सूफी बाबा नहीं आए तो घरवाले गड्ढा से पंचधातु निकालने गए तो वहां से सारा सामान गायब पाया।
पेपर में मिले पंपलेट से जाल में फंसा व्यवसायी : घटना के बारे में ठगी के शिकार हुए व्यवसायी राजकिशोर राय ने बताया कि घर का दुख-दर्द दूर करने से संबंधित एक पंपलेट अखबार के साथ घर में मिला था। इस पंपलेट में सारा नाम पता लिखा हुआ था। इसी पंपलेट को पढ़कर इसमें लिखे फोन नंबर पर संपर्क कर उसे दुकान के पास आने को घर की महिलाओं ने कह दिया। शुक्रवार के दिन वह सूफी बाबा एक्सिस बैंक के आगे बीज दुकान के पास पहुंचे और काफी गंभीर मुद्रा में बातचीत की। बीमारी से लेकर सारा दुख दूर होने की बात कही। इसके बाद उसके झांसे में आकर उसके बताए मुताबिक सोना व चांदी समेत पंचधातु एक लाल कपड़ा में बांधकर रख दिया गया और पूजा प्रारंभ किया गया। इस बीच लंगर, गरीब को भोजन कराने, चढ़ावा चढ़ाने समेत अन्य बहाना कर नकद रुपये मांग कर लेते रहे। उनके मांग के अनुसार उन्हें नकद देते गए। इसी बीच वे आकर लाल कपड़ा में बंधवाकर रखे गए जेवरात समेत अन्य सामान को लेकर फरार हो गए थे।