विचाराधीन बंदी व बीसीसीएलकर्मी राजेंद्र की रिम्स में मौत
गिरिडीहसाल 2019 सेंट्रल जेल के बंदियो के लिए बेहद दुखद रहा।अब तक छह बंदियो की मौत हो चुकी है।बुधवार अहले सुबह रिम्स रांची इलाजरत विचाराधीन बंदी राजेंद्र साव की मौत हो गई।बंदी राजेंद्र गिरिडीह मुफ्फसिल थाना के टीकोडीह गांव का रहने वाला था।वह बीसीसीएल धनबाद स्थित कोलियरी में कार्यरत था।रिम्स से बंदी की मौत की खबर आते ही जेल प्रशासन ने एक टीम हवलदार पवन सिंह के नेतृत्व में रिम्स भेजी।जहां बंदी के शव को पोस्टमार्टम करने के बाद जेल प्रतिनिधि को दि
गिरिडीह:साल 2019 सेंट्रल जेल के बंदियों के लिए बेहद दुखद रहा। अब तक छह बंदियों की मौत हो चुकी है।बुधवार अहले सुबह रिम्स रांची में इलाजरत विचाराधीन बंदी राजेंद्र साव की मौत हो गई। बंदी राजेंद्र गिरिडीह मुफस्सिल थाना के टीकोडीह गांव का रहनेवाला था। वह बीसीसीएल धनबाद स्थित कोलियरी में कार्यरत था। रिम्स से बंदी की मौत की खबर आते ही जेल प्रशासन ने एक टीम को हवलदार पवन सिंह के नेतृत्व में रिम्स भेजा। वहां बंदी के शव को पोस्टमार्टम करने के बाद जेल प्रतिनिधि को दे दिया गया। जेल प्रशासन ने मृतक का शव उसके घर एंबुलेंस से पहुंचाने का प्रबंध किया। जेलर कौलेश्वर राम पासवान ने बताया कि राजेंद्र की तबियत बिगड़ने के कारण उसे दो सप्ताह पूर्व सदर अस्पताल इलाज के लिए लाया गया था। उसका इलाज सदर अस्पताल में नहीं हो पाने के कारण रिम्स रेफर किया गया था। बंदी को हार्ट, लीवर और गुर्दे में समस्या थी। उसके खिलाफ साल 2007 में मुफस्सिल थाना क्षेत्र में हुए दो आपराधिक मामलों में आरोपित किया गया था। जो हत्या के प्रयास, सरकारी काम में बाधा, आगलगी समेत अन्य आरोप लगाए गए थे। 12 साल से फरार राजेंद्र को पुलिस ने बीते एक नवंबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। राजेंद्र के पूर्व पांच बंदियों की मौत इस साल हो चुकी है जिनमें दो बंदियों ने जेल के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी जबकि चार की मौत इलाज के दौरान हो गई है।