निष्पक्ष चुनाव कराने में चुनाव आयोग रहा विफल
भाकपा माले के धनवार विधायक सह कोडरमा लोकसभा के माले प्रत्याशी राजकुमार यादव ने रविवार को अपने आवास में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि चुनाव आयोग इस बार निष्पक्ष चुनाव कराने में विफल रही है। उसकी स्वतंत्रता पर हस्तक्षेप हुआ सरकारी तंत्र पर हमला हुआ। जहां विपक्षी पार्टियों को वोट मिलना था वहां ईवीएम खराब कर मत प्रतिशत गिराया गया।
गावां (गिरिडीह) : धनवार विधायक सह कोडरमा लोकसभा के माले प्रत्याशी राजकुमार यादव ने रविवार को अपने आवास में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि चुनाव आयोग इस बार निष्पक्ष चुनाव कराने में विफल रहा है। उसकी स्वतंत्रता पर हस्तक्षेप व सरकारी तंत्र पर हमला हुआ। जहां विपक्षी पार्टियों को वोट मिलना था, वहां ईवीएम खराब कर मत प्रतिशत गिराया गया। कहा कि मोदी की लहर में भी उनकी हार का अंतर एक लाख से ज्यादा नहीं हुआ। इस बार 4.5 लाख से चुनाव हारने के बाद बाबूलाल को भी आत्मचितन करने की जरूरत है। अगर कोडरमा में महागठबंधन ने माले का सपोर्ट किया होता तो रिजल्ट कुछ और होता। मैं शुरू से कह रहा हूं बाबूलाल जहां से भी चुनाव लड़े वहां भाजपा और भी मजबूत हुई है। सेक्युलर ताकत को बाबूलाल मरांडी ने खत्म करने का काम किया है। कोडरमा की जनता को सोचना होगा कि कैसे सेक्युलर ताकत को एकजुट कर भाजपा को रोका जाए। इतिहास में अब तक के सबसे अधिक पक्षपातपूर्ण और सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर यह चुनाव संपन्न कराया गया। इस बार लोकतंत्र की हत्या हुई है। देश में 22 राजनीतिक दलों ने वीवीपैट के मिलान की मांग की और चुनाव आयोग ने उसे खारिज कर दिया इससे संदेह उत्पन्न होता है। आयोग की यह जिम्मेवारी थी कि लोगों के संशय को दूर करे मगर चुनाव आयोग ने ऐसा नहीं कर यह साबित कर दिया कि आयोग स्वतंत्र नहीं है। कहा कि पांच साल में मोदी ने एक भी वायदा पूरा नहीं किया चाहे मंहगाई, बेरोजगारी, कालाधन मुद्दा ही क्यों हो, इन जैसे मुद्दों को बदलकर अंध राष्ट्रवाद, पुलवामा जैसे मुद्दों पर वोट लेकर देश को पीछे धकेलने की साजिश हुई है। --------------------संपादन-अविनाश प्रसाद।