देश को तबाह करने पर तुली मोदी सरकार: दीपंकर
संवाद सहयोगी, बगोदर (गिरिडीह): केंद्र की मोदी सरकार संविधान को नहीं मानती है। सरकार द
संवाद सहयोगी, बगोदर (गिरिडीह): केंद्र की मोदी सरकार संविधान को नहीं मानती है। सरकार देश को तबाह और बर्बाद करने पर तुली है। इस सरकार ने संविधान को कब्जे करके कागज के टुकड़ों में तब्दील कर दिया है। बाबा आंबेडकर ने दलितों व आदिवासियों के लिए आरक्षण का प्रावधान किया था, जिसे मोदी सरकार बदल कर आर्थिक आधार पर आरक्षण देकर लोगों को झुनझुना थमा रही है। यह बातें भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कही। वे बुधवार को महेंद्र ¨सह के 15 वें शहादत दिवस पर बगोदर बस पड़ाव में आयोजित संकल्प सभा को संबोधित कर रहे थे। सभा में हजारों लोग जुटे थे।
भट्टाचार्य ने कहा कि 14 वर्ष पूर्व चुनाव का दौर था। उसी समय महेंद्र ¨सह की हत्या कर दी गई थी, ताकि महेन्द्र ¨सह की बुलंद आवाज दबाई जा सके। आज हमें महेंद्र ¨सह के बताए रास्ते पर चलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 2019 का चुनाव मामूली चुनाव नहीं, बल्कि 1977 जैसा चुनाव होगा।
महागठबंधन पर कहा कि महागठबंधन किसी पार्टी का नहीं, बल्कि जनता, व्यावसायी, किसान, बेरोजगार नौजवान का होना चाहिए।
रघुवर सरकार के हाथ खून से रंगे: पूर्व विधायक विनोद ¨सह ने कहा कि पांच साल पूर्व जो झुनझुना स्लोगन सुना था, उससे जनता रूबरू हो गई। रघुवर सरकार के हाथ खून से रंगे हैं। मोदी सरकार खुद को मजबूत बताती है, वहीं बगोदर क्षेत्र के सात माह पूर्व चार प्रवासी मजदूरों का अफगानिस्तान में अपहरण हो गया, लेकिन आज तक सरकार उन मजदूरों को खोज नहीं सकी है।
पारा शिक्षकों के लिए खजाना खाली, पर सांसद-विधायकों के लिए कोई कमी नहीं: राजधनवार विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि पारा शिक्षकों के लिए रघुवर सरकार के खजाना खाली है, लेकिन अडानी, अंबानी के लिए पैसे हैं। सांसद-विधायक के वेतन वृद्धि के लिए भी सरकार के खजाने में पैसे हैं। बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि अमित शाह इन्हें झारखंड का मुख्यमंत्री बना देने की बात कह दें तो ये अपनी पार्टी झाविमो का भाजपा में विलय कर देंगे।
इस बार लेना 2014 का बदला: निरसा के मासस विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि 2014 की हार का बदला 2019 में लेना है।
सभा की अध्यक्षता जिला सचिव मनोज भक्त व संचालन मुस्तकिम अंसारी ने किया। सभा को जनार्दन प्रसाद, राजेश यादव, परमेश्वर महतो, संदीप जायसवाल, शेख तैयब, पूरन महतो, मनोज पांडेय, जंयती चौधरी, राजेश यादव, मीना दास, सीताराम ¨सह, राजेश सिन्हा, रामेश्वर चौधरी, कौशल्या दास, उस्मान अंसारी, जानकी शर्मा, क्यूम अंसारी, केदार मंडल, पूनम महतो आदि ने संबोधित किया।