जांच में फर्जी निकला प्रमाणपत्र, तीन शिक्षक बर्खास्त
गिरिडीह फर्जी डिग्री और गैर मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से निर्गत प्रमाणपत्र के आधार नौकर
गिरिडीह : फर्जी डिग्री और गैर मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से निर्गत प्रमाणपत्र के आधार नौकरी कर रहे जिले के तीन माध्यमिक शिक्षक-शिक्षिकाओं को बर्खास्त कर दिया गया है। तीनों अलग-अलग विद्यालय में कार्यरत थे। जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक में यह कार्रवाई की गई है। बिरनी प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाघानाल में पदस्थापित नवचयनित स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक किशोर कुमार के स्नातक का प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है। बता दें कि कुमार के स्नातक प्रमाणपत्र को सत्यापन के लिए डीईओ कार्यालय से सचिव, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली तथा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, मानव संसाधन विकास विभाग, सिक्किम सरकार, गंगटोक को भेजकर मार्गदर्शन मांगा गया था। इसके आलोक में उप निदेशक/रजिस्ट्रार (आइसी) ईआइआइएलएमयू हायर एजुकेशन ने पत्र प्रेषित कर कहा है कि कार के प्रमाणपत्र में दर्ज इनरोलमेंट नंबर वैध नहीं है। इससे स्पष्ट होता है कि खुमार के स्नातक की डिग्री फर्जी है। इस मामले को गत 28 जुलाई को उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में संपन्न स्थापना समिति की बैठक में रखा गया। समिति ने उक्त शिक्षक को बर्खास्त करने का निर्णय लिया। इधर, समिति ने डुमरी प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय जरूवाडीह में कार्यरत संगीत शिक्षिका डॉ. सुचरिता महतो तथा जमुआ के उत्क्रमित उच्च विद्यालय चितरडीह की सुछंदा चंद्र को कार्य मुक्त करने का निर्णय समिति ने लाया। इन दोनों की डिग्री प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद एवं प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ से संगीत की डिग्री प्राप्त है, जिसके आधार पर दोनों नौकरी कर रही हैं, जबकि उक्त दोनों संस्थान गैर मान्यता प्राप्त है। इसे देखते हुए समिति ने इन दोनों शिक्षिकाओं को भी कार्यमुक्त करने का निर्णय लिया है। इसके आधार पर डीईओ पुष्पा कुजूर ने शिक्षक की बर्खास्तगी एवं शिक्षिकाओं को कार्यमुक्त करने से सम्बंधित पत्र जारी कर दिया है।