सीएए व एनआरसी के खिलाफ एपवा का धरना शुरू
अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोशिएशन के बैनर तले गुरुवार को खोरीमहुआ अनुमंडल कार्यालय परिसर में महिलाओं ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ धरना दिया लगातार जो तीन दिनों तक चलेगा। नेतृत्व एपवा के जिला अध्यक्ष कौशल्या दास की। मौके पर मौजूद मुख्यातिथि राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य जयन्ती चौधरी ने केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की। कहा कि मोदी तथा गृह मंत्री अमित शा
खोरीमहुआ (गिरिडीह): अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोशिएशन के बैनर तले गुरुवार को खोरीमहुआ अनुमंडल कार्यालय परिसर में महिलाओं ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ धरना दिया। यह लगातार तीन दिनों तक चलेगा। नेतृत्व एपवा की जिला अध्यक्ष कौशल्या दास ने किया। मुख्य अतिथि सह राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जयंती चौधरी ने केंद्र सरकार की आलोचना की। कहा कि मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह में आपसी सामंजस्य नहीं है। एक तरफ मोदी नागरिकता संशोधन बिल लागू नहीं करने की बात कर रहे हैं तो वहीं बिल लागू करने पर शाह अडिग हैं। इससे यह स्पष्ट हो चुका है कि केंद्र सरकार भारत के नागरिकों को परेशान करने की साजिश कर रही है। असम में कानून लागू कर 19 लाख भारतीय नागरिकों को देश से बाहर निकालने की योजना बनाई गई है। इसमें पांच लाख मुस्लिम और 14 लाख हिदू गरीब व पिछड़ा वर्ग के परिवार शामिल हैं। यही कानून पूरे देश में लागू कर पिछड़ों, आदिवासी तथा अल्पसंख्यकों को बाहर निकालने की साजिश रची जा रही है जिसे किसी भी सूरत में देश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
धरना प्रदर्शन में फातिमा खातून, लैला खातून, खतीजा खातून, कौशल खातून, पूजा देवी, मालती देवी, चंपा देवी, शबनम खातून, हॉकली देवी, जमुनी देवी, संगीता कुमारी, ललिता देवी, बेबी बेबी, ललिता दिनराही, बबीता देवी सहित दर्जनों की संख्या में ऐपवा की महिलाएं उपस्थित थीं।