दहकते अंगारों पर नंगे पांव चल भगवान शिव के प्रति जताई आस्था
जामतारा पोरैया के शिव मंदिर में बुधवार की रात भोक्ता पर्व धूमधाम से मनाया गया। दोनों स्थानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
संस, निमियाघाट: जामतारा पोरैया के शिव मंदिर में बुधवार की रात भोक्ता पर्व धूमधाम से मनाया गया। दोनों स्थानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। आधी रात के बाद दर्जनों शिवभक्तों ने दहकते अंगारे पर खाली पैर चलकर भगवान शिव के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की। इसके बाद सुबह करीब तीन बजे शिवभक्तों ने अपने आराध्य देव के प्रति श्रद्धा दर्शाते हुए करीब चालीस फीट उपर लठ पर झूले।
लठ पर झूलने के दौरान शिवभक्तों ने फूल की वर्षा की, जिसे चुनने के लिए वहां मौजूद श्रद्धालुओं में आपाधापी मच गई। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इन फूलों को घरों में रखने से मनोकामना पूर्ण होती है। बताया जाता है कि इस पर्व के लिए शिवभक्त एक सप्ताह पूर्व ही अपने घरों को छोड़कर शिव मंदिर में डेरा डाल देते हैं। इस दौरान वे फलाहार कर भगवान की अराधना करते हैं। जामतारा और पोरैया में झूमर का आयोजन किया गया। मंदिर परिसर में मेला भी लगाया गया। बताया जाता है कि भक्त बनने की यह पैतृक परंपरा है। प्रखंड के विभिन्न गांवों के लोग यहां भक्त बनकर आते हैं। हर वर्ष भक्तों की संख्या यहां बढ़ती जा रही है। इस दौरान वे सादा वस्त्र पहनते हैं, खाली पैर चलते हैं और जमीन पर ही सोते हैं। बुजुर्ग बताते हैं कि मंदिर में स्थापित शिवलिग यहां अपने आप प्रकट हुआ था। शुरू में यहां कुटियानुमा मंदिर बनाकर पूजा शुरू की गई। कुछ वर्षों के बाद से यहां भोक्ता पर्व मनाने की परंपरा शुरू हुई। मौके पर यहां भव्य मेला का आयोजन होता है। मेला का मुख्य आकर्षण भक्तों का आग पर चलना व उंचाई पर झूलना होता है।
पर्व को सफल बनाने में खेमलाल महतो, राजकुमार मेहता, विजय मेहता, सतीश महतो, कामेश्वर महतो, अखिलेश्वर महतो, रामचंद्र महतो, जितेंद्र महतो, संतोष महतो, सीताराम महतो, नागेश्वर महतो आदि ने सक्रिय योगदान दिया।