मामले लंबित हैं तो रात में बैठकर उन्हें निपटाएं
जासं, गिरिडीह: जनसंवाद के शिकायतों के निष्पादन में जिले को अबतक गति नहीं मिल सकी है। सोमवार को उप
जासं, गिरिडीह: जनसंवाद के शिकायतों के निष्पादन में जिले को अबतक गति नहीं मिल सकी है। सोमवार को उपायुक्त नेहा अरोड़ा ने एक बार फिर बैठक कर इन मामलों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर शिकायतों का निष्पादन लंबित है तो रातभर बैठकर इन मामलों को निपटाएं। उपायुक्त नेहा अरोड़ा ने कहा कि मंगलवार को फिर से मुख्यमंत्री जनसंवाद का आयोजन संभावित है। इसे लेकर सोमवार को देर शाम तक संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर इसके निष्पादन की समीक्षा की गई।
मालूम हो कि जिले के विभिन्न क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री जनसंवाद के माध्यम से विभिन्न विभागों की तरफ से किए जा रहे कार्यो में अनियमितता समेत अन्य मामले की शिकायतों की है, लेकिन इनके निष्पादन में गिरिडीह राज्य के अन्य सभी जिलों से काफी पीछे चल रहा है। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि पहले तो प्राप्त शिकायतों में से 95 फीसद का निष्पादन करना जरूरी था, लेकिन अब सरकार को शत-प्रतिशत शिकायतों का निष्पादन चाहिए। सोमवार की समीक्षा में शिकायतों के निष्पादन में पूर्व की अपेक्षा तेजी तो दिखी, लेकिन अपेक्षित कार्य नहीं हो सका।
बता दें कि इसे लेकर पिछले मंगलवार को प्रधान सचिव सुनील बरनवाल ने गिरिडीह समेत अन्य जिले के उपायुक्तों से हिसाब मांगा था। इसके बाद उपायुक्त ने बैठक कर सभी विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए पहले 40 अधिकारियों को इसे लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस कार्रवाई का असर हुआ कि विभागीय अधिकारियों ने शिकायतों के निष्पादन में गति लाई। हालांकि इसके बाद भी अपेक्षित सुधार नहीं हो सका। नतीजतन दूसरे सप्ताह फिर इसी मामले को लेकर 30 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।