डॉ. हेम्ब्रम ने रची थी सीएस आवास में डेटोनेटर रखने की साजिश
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : सिविल सर्जन डॉ. रामरेखा प्रसाद के मकतपुर स्थित आवास से डेटोने
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : सिविल सर्जन डॉ. रामरेखा प्रसाद के मकतपुर स्थित आवास से डेटोनेटर बरामदगी के मामले का पुलिस ने रविवार को खुलासा कर दिया। हालांकि इस मामले का मुख्य साजिशकर्ता डॉ. बर्नवास हेम्ब्रम अब भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। नगर पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें झरहाटांड़ निवासी सह सदर अस्पताल के रक्तकोष का कर्मचारी जितेन्द्र तांती व बस स्टैंड के पास छतरी लगाकर सिम बेचने वाले झरियाडीह निवासी ऋषभ जैन शामिल हैं। जबकि सीएस के आवास में डेटोनेटर रखने वाला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के झरियागादी का रहने वाला हमीद अंसारी उर्फ छोटू को जहानाबाद पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा ने रविवार को पुलिस लाइन में बताया कि डॉ. हेम्ब्रम ने साजिश रचकर सिविल सर्जन के आवास में विस्फोटक सामग्री रखवाने में सक्रिय भूमिका निभाई थी। इसके एवज में हमीद को 60 हजार रुपये भी दिए गए थे। उसकी गिरफ्तारी जहानाबाद पुलिस ने की है। उसे रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ करेगी और मामले के मुख्य साजिशकर्ता डॉ. हेम्ब्रम की भूमिका की जानकारी ली जाएगी, तत्पश्चात आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एसपी ने बताया कि पुलिस की टीम ने डॉ. हेम्ब्रम को शनिवार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था और पूछताछ के बाद उन्हें बॉण्ड पर छोड़ा गया है। इस मौके पर मुख्यालय डीएसपी वन नवीन कुमार ¨सह व इंस्पेक्टर सह नगर थाना प्रभारी विनय कुमार राम शामिल थे। मामले को लेकर की गई थी एसआइटी गठित : एसपी ने बताया कि विस्फोटक सामग्री बरामदगी का यह एक गंभीर मामला था। इस मामले का खुलासा करने को लेकर नगर थाना प्रभारी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था। इसकी मॉनीट¨रग मुख्यालय डीएसपी द्वारा की जा रही थी। पुलिस पदाधिकारियों ने मामले का खुलासा करने में सराहनीय भूमिका निभाई है।
- हाल ही में जेल से बाहर आया था हमीद : सीएस के आवास में विस्फोटक रखने का आरोपित हमीद उर्फ छोटू पूर्व में भी जेल जा चुका है और फिलहाल जहानाबाद जिले के हुलासगंज थाने में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत दर्ज मामले में हाल में ही जहानाबाद पुलिस कोडरमा पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
- रिमांड पर लिया जाएगा हमीद : पुलिस अधीक्षक झा ने बताया कि मामले का एक आरोपित वर्तमान में जहानाबाद जेल में बंद है। इस मामले को लेकर गिरिडीह पुलिस उसे शीघ्र ही रिमांड पर लेगी और इस मामले में संलिप्तता के अलावा अन्य बिन्दुओं पर पूछताछ करेगी।
उपयोग में लाई गई बाइक व मोबाइल भी बरामद : इस मामले में साजिशकर्ताओं ने जो बाइक व मोबाइल का उपयोग किया था उसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस ने अपराध में शामिल रहने वालों के पास से दो बाइक, मोबाइल व सिम भी बरामद किया है। बरामद मोबाइल में लगे सिम से ही घटना को अंजाम दिया गया था।
9 अगस्त को आवास से बरामद हुए थे नौ डेटोनेटर : सिविल सर्जन आवास के एक कमरे से पुलिस ने 9 अगस्त को डेटोनेटर बरामद किया था। सीएस के आवास में डेटोनेटर होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस के आलाधिकारी के साथ नगर पुलिस भी घटना स्थल पहुंची थी और कई घरों में छापेमारी की थी, लेकिन डेटोनेटर नहीं मिला थी। तत्पश्चात सीएस को बुलाकर उनके घर को खुलवाया गया और एक कमरे की तलाशी लेने के क्रम में डेटोनेटर बरामद किए गए थे।
- फंसाने की साजिश से संबंधित की थी प्राथमिकी : डेटोनेटर बरामद होने के दूसरे दिन सीएस ने नगर थाना में अज्ञात के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी में कहा था कि कार्यालय जाने के क्रम में आवास के बाहरी हिस्से की खिड़की खुली रह गई थी, जिसके माध्यम से किसी ने फंसाने की नियत से उनके आवास में डेटोनेटर रख दिया है। इस डेटोनेटर से उनका कोई लेना-देना नहीं है। - सूचक ने एसडीएम को सूचना देकर बंद कर दिया था मोबाइल : सीएस के आवास में डेटोनेटर होने की सूचना किसी रोहित नाम के युवक ने तत्कालीन एसडीएम विजया जाधव को मोबाइल फोन से दी थी। हालांकि सूचना देने के बाद उस मोबाइल को सूचक ने ऑफ कर दिया था। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस पदाधिकारियों के साथ छापेमारी कर डेटोनेटर को सीएस के आवास से बरामद किया गया था। इसके बाद छानबीन करने के दौरान सूचक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी जिसमें सूचक ने किसी को भी ऐसी सूचना नही देने की बात कही थी जिसके आधार पर पुलिस उसे हिरासत से छोड़ दी थी।
- पुलिस कई बिन्दुओं पर कर रही थी तहकीकात : एक पदाधिकारी के आवास से इस तरह डेटोनेटर बरामद होना शहर में चर्चा का विषय बन गया था। पुलिस इस मामले में कई बिन्दुओं पर तहकीकात कर रही थी। पुलिस घटना के सूचक से लेकर मोबाइल और सिम किसके नाम से है, की तकनीकी जानकारी इकट्ठा करने में जुट गई। तत्पश्चात पुलिस की टीम कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की और अंत में मामले का खुलासा करने में कामयाब हुई।