चार दिन तक हिरासत में रखने के बाद पुलिस ने प्रेमिका व उसके बेटे को छोड़ा
बोड़ो हवाई अड्डा रोड निवासी सेवानिवृत राजस्व कर्मचारी अलीबख्श की गोली मारकर की गई हत्या के मामले का खुलासा होने पर नाटकीय मोड़ ले सकता है। इस मामले का खुलासा करने को लेकर पचंबा पुलिस अलग-अलग विन्दुओं पर तहकीकात करने में जुटी है। हलाकि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी अब तक पुलिस नामजद आरोपितों में से किसी की भी गिरफ्तारी नहीं होने और मामले को लेकर अनुसंधान चलने की बात बता रही है। घटना के बाद पुलिस की टीम ने घटनास्थल से 6.7 एमएम की गोली का खोखा भी बरा
गिरिडीह : बोड़ो हवाई अड्डा रोड निवासी सेवानिवृत राजस्व कर्मचारी अलीबख्श की गोली मारकर की गई हत्या के मामले का खुलासा होने पर इसमें नाटकीय मोड़ आ सकता है। इस मामले का खुलासा करने को लेकर पचंबा पुलिस अलग-अलग बिदुओं पर तहकीकात करने में जुटी है। हालांकि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी अब तक पुलिस नामजद आरोपितों में से किसी की भी गिरफ्तारी नहीं होने और मामले को लेकर अनुसंधान चलने की बात बता रही है। पुलिस की टीम ने घटनास्थल से 6.7 एमएम की गोली का खोखा भी बरामद किया है जिसे जांच के लिए रांची भेजा जाएगा। इधर राजस्वकर्मी की प्रेमिका सुनीता देवी एवं उसके बेटे पप्पू दास को पुलिस ने चार दिनों तक हिरासत में रखकर पूछताछ करने के बाद शुक्रवार को छोड़ दिया। ऐसे में इस मामले में नया मोड़ आना तय माना जा रहा है। पुलिस आरोपितों के अलावे अन्य को केंद्र बिदु में रखकर जांच कर रही है। कमरे के बाहर से गोली मारी गई थी या फिर कमरे के अंदर से अब सब कुछ इसी अनुसंधान पर टिका हुआ है। इधर राजस्वकर्मी की पत्नी मेहरून निशां के आवेदन पर थाना प्रभारी शर्मानंद सिंह ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। प्राथमिकी में कहा है कि सोमवार की मध्य रात्रि के बाद बिजली कड़कने व बारिश होने के क्रम में खिड़की के बाहर से दो गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जब कमरे में पहुंचे तो अलीबख्श नीचे फर्श पर गिरे पड़ थे और बिजली के चमकने पर खिड़की के बाहर दो मर्द के साथ सुनीता देवी व पप्पू दास को भागते देखा गया। इसके अलावा एक व्यक्ति गमछा से पूरी तरह मुंह को बांधे हुआ था। इस कारण वह उसे पहचान नहीं सकी थी। सुनीता देवी व उसका बेटा अक्सर मुकदमा कर बर्बाद करने व जान से मारने की धमकी देने का काम करते थे। गौरतलब है कि सोमवार की रात करीब सवा दो बजे अली बख्श को उसके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वे 31 जुलाई को बिरनी अंचल से प्रभारी अंचल निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे और रुपये को लेकर परिवार व उसके प्रेमिका के बीच विवाद चल रहा था।