नहीं बन रहा अधार कार्ड, योजनाओं के लाभ से होना पड़ रहा वंचित
गिरिडीह जिले में करीब दो साल से आधार कार्ड बनना बंद है। हजारों लोगों के पास आधार क
गिरिडीह : जिले में करीब दो साल से आधार कार्ड बनना बंद है। हजारों लोगों के पास आधार कार्ड नहीं है। ऐसे लोग आधार कार्ड के अभाव में सरकार की योजनाओं के लाभ से भी वंचित हैं। इससे गरीब तबके के लोगों को अधिक परेशानी हो रही है। वे लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए प्रज्ञा केंद्रों का चक्कर काटने को विवश हैं।
बता दें कि पूर्व में प्रज्ञा केंद्रों को आधार कार्ड बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। लोग अपने-अपने क्षेत्र के प्रज्ञा केंद्रों में जाकर आसानी से आधार कार्ड बनवा लेते थे, लेकिन दिसंबर 2018 से यह व्यवस्था बंद कर दी गई है। तभी से आधार कार्ड का बनना बंद हो गया है। हजारों लोग आधार कार्ड से वंचित हैं।
बंद होने का ये है कारण : विभागीय सूत्रों का कहना है कि आधार एक्ट लागू होने के बाद प्रज्ञा केंद्रों को आधार कार्ड बनाने का दिया गया अधिकार वापस ले लिया गया। सरकारी एजेंसी से यह काम कराने का निर्णय सरकार ने लिया था, जिसे अब तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है। प्रज्ञा केंद्रों से आधार कार्ड बनना बंद होने के पीछे एक कारण गांवों में इंटरनेट की उपलब्धता सुलभ नहीं होना भी बताया जा रहा है।
योजनाओं का लाभ लेने के लिए जरूरी है आधार कार्ड : किसी भी तरह की सरकारी योजना मसलन आवास, पेंशन, राशनकार्ड, मनरेगा में रोजगार आदि का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड का होना आवश्यक है। इसके बिना कोई भी सरकारी काम होना मुश्किल है। ऐसे में उनलोगों की परेशानी बढ़ गई है, जिनके पास आधार कार्ड नहीं है और उन्हें योजनाओं का लाभ लेना है। सबसे अधिक परेशानी गरीबों को हो रही है। वे आधार कार्ड बनवाने के लिए प्रज्ञा केंद्रों का चक्कर काट रहे हैं।
विद्यार्थी भी हैं परेशान : स्कूल-कॉलेजों में नामांकन, छात्रवृत्ति आदि के लिए भी आधार कार्ड का होना आवश्यक है। ऐसे में उन छात्र-छात्राओं की चिता बढ़ गई है, जिनके पास आधार कार्ड नहीं है। छात्र संतोष गुप्ता ने बताया कि आधार कार्ड नहीं रहने के कारण वह छात्रवृत्ति के लिए फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं। प्रियंका कुमारी ने कहा कि उसे इंटर में नामांकन कराना है। आधार कार्ड खो गया है। नया आधार कार्ड नहीं बना तो नामांकन कैसे होगा, यह चिता सता रही है।
जिला मुख्यालय में की गई है व्यवस्था : करीब एक माह पूर्व जिला मुख्यालय में एक जगह आधार कार्ड बनाने की व्यवस्था की गई है, लेकिन इसके बारे में सभी को जानकारी नहीं है। साथ ही सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए यहां आकर आधार कार्ड बनवाना संभव भी नहीं है।
- प्रज्ञा केंद्रों से पुन: आधार कार्ड बनना शुरू होगा। इस दिशा में काम शुरू हो गया है। अब आधार कार्ड आनलाइन बनना है। इसके लिए गांवों में इंटरनेट की उपलब्धता आवश्यक है। सभी जगह इंटरनेट की सुविधा बहाल की जा रही है। शीघ्र ही प्रज्ञा केंद्रों से आधार कार्ड बनने लगेगा।
पप्पू कुमार, सीएससी जिला प्रबंधक ।