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रियाद में फंसे झारखंड के 41 मजदूरों की वतन वापसी के लिए सुषमा ने की पहल

रियाद में फंसे गिरिडीह के 25 समेत सभी 41 मजदूरों की वतन वापसी के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पहल की है।

By Edited By: Published: Sun, 08 Jul 2018 09:19 AM (IST)Updated: Sun, 08 Jul 2018 12:53 PM (IST)
रियाद में फंसे झारखंड के 41 मजदूरों की वतन वापसी के लिए सुषमा ने की पहल
रियाद में फंसे झारखंड के 41 मजदूरों की वतन वापसी के लिए सुषमा ने की पहल

गिरिडीह। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में फंसे गिरिडीह के 25 समेत सभी 41 मजदूरों की वतन वापसी के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पहल की है। गिरिडीह के 25 मजदूरों में 24 मजदूर सिर्फ बगोदर के हैं। एक मजदूर पीरटांड़ का है। प्रवासी मजदूरों के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली द्वारा मीडिया में इस मुद्दे को उछालने के बाद विदेश मंत्री ने संज्ञान लिया है।

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सुषमा स्वराज ने ट्विट कर बताया है कि उन्होंने रियाद में भारतीय दूतावास से पूरे मामले की जानकारी ली है। दूतावास के अधिकारी ने बात की है। उनकी वापसी के लिए सरकार कोशिश कर रही है। वहां फंसे मजदूरों के भोजन व अन्य व्यवस्था के लिए उन्होंने दूतावास को निर्देश दिए हैं। दूतावास इसका प्रबंध करेगा। विदित हो कि एलएनटी कंपनी में नौकरी की आस लिए सउदी अरब गए गिरिडीह एवं हजारीबाग के 41 प्रवासी मजदूर कंपनी व एजेंट की धोधाधड़ी का शिकार होकर सउदी अरब के रियात शहर में बुरी तरह से फंस गए हैं। नौकरी देने वाली कंपनी इन मजदूरों को पिछले आठ महीने से वेतन देना तो दूर की बात दो वक्त का खाना तक नहीं दे रही है।

सभी 41 मजदूरों को एक कमरे में रखा गया है। इन लाचार मजदूरों ने अपना वीडियो भेजकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से इंसाफ दिलाने एवं वतन वापसी कराने की गुहार लगाई थी। मजदूरों ने अपना वीडियो प्रवासी मजदूरों के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता व बगोदर निवासी सिकंदर अली को भेजा था। सिकंदर अली ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की थी। बाद में बगोदर के विधायक नागेंद्र महतो ने भी पत्र लिखा था। एक एजेंट के माध्यम से गिरिडीह जिले के बगोदर, पीरटांड़ एवं बोकारो जिले के गोमिया व हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ के 41 मजदूर छह जुलाई 2016 को एलएनटी कंपनी में नौकरी के लिए सउदी अरब की रियात शहर गए थे। वहां पहुंचने पर पता चला कि वे धोखाधड़ी के शिकार हो गए हैं।

एलएनटी के बजाय उन्हें अरबियन टीम्स कांट्रे¨क्टग इस्टेब्लिसमेंट (एटीसी) में काम पर लगाया गया। पिछले साल अक्टूबर महीने तक लड़कर उनलोगों ने कंपनी से वेतन लिया लेकिन उसके बाद से कंपनी ने एक पैसा भी देना बंद कर दिया। दिनभर में उन्हें सिर्फ एक बार खाना दिया जा रहा है। विष्णुगढ़ के 12 एवं गोमिया के तीन मजदूर वहां फंसे हैं।

सउदी अरब में फंसे मजदूरों के नाम
 -विजय कुमार - बगोदर-लालजीत कुमार- बगोदर-रामेश्वर साव -बगोदर-दुलारचंद महतो - बगोदर-महेंद्र महतो - बगोदर -गोविंद महतो - बगोदर - टोकन महतो - बगोदर -बाबूलाल महतो - बगोदर -रेवतलाल महतो - बगोदर -सहदेव महतो - बगोदर -जगदीश महतो - बगोदर -रामेश्वर महतो - बगोदर -सुभाष कुमार महतो - बगोदर -संजय कुमार महतो - बगोदर - सुबोध कुमार महतो - बगोदर -बसंत महतो - बगोदर -सुरेंद्र महतो - बगोदर -धनेश्वर महतो - बगोदर -इंद्रदेव महतो - बगोदर -विश्वनाथ महतो - बगोदर -दीपचंद महतो-बगोदर -महेंद्र महतो - बगोदर - मिथिलेश महतो - बगोदर -टींकू महतो - बगोदर -अजय कुमार महतो-पीरटांड़ - मनोज कुमार महतो -गोमिया -कौलेश्वर महतो -गोमिया -श्यामलाल कदर -गोमिया -रोहित कुमार महतो - विष्णुगढ़ -भागीरथ महतो - विष्णुगढ़ -रसो कुमार महतो - विष्णुगढ़ -शंकर कुमार - विष्णुगढ़ -जगलाल महतो - विष्णुगढ़ -खिरोधर महतो - विष्णुगढ़ -रवि कुमार महतो - विष्णुगढ़ -भोला महतो - विष्णुगढ़ -कोलेश्वर महतो - विष्णुगढ़ -ठाकुर रविदास - विष्णुगढ़ -सेवा महतो - विष्णुगढ़ -बालेश्वर महतो - विष्णुगढ़।


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