घर जाने को 330 किमी चला पैदल, ट्रैफिक पुलिस ने ऑटो से भेजा बेगुसराय
लॉकडाउन के बाद शहर के चौराहे पर अपनीड्यूटी निभा रही पुलिस सामाजिक दायित्व को भी बखूबी निभा रही है। इसी क्रम में पूरे देश में लॉकडाउन होने के सातवें दिन अपने घरों को जाने के लिए लोगों का जत्था तीन सौ तीस किलोमीटर की पैदल यात्रा करने
गिरिडीह: लॉकडाउन के बाद शहर के चौराहे पर अपनी ड्यूटी निभा रही पुलिस सामाजिक दायित्व को भी बखूबी निभा रही है। पूरे देश में लॉकडाउन होने के सातवें दिन अपने घरों को जाने के लिए लोगों का जत्था तीन सौ तीस किलोमीटर की पैदल यात्रा करने के बाद सोमवार की दोपहर को गिरिडीह पहुंचा। जत्थे में बिहार के बेगुसराय व खगड़िया जिले के रहनेवाले रंजीत कुमार, अमित कुमार, रूदल कुमार, दीपक कुमार, रामानंद कुमार, आकाश कुमार व रंजीत कुमार शामिल थे। सभी जमशेदपुर में आइसक्रीम बेचने का काम करते थे। कोरोना से बचाव को लेकर किए गए डॉकडाउन से परेशान हो जाने के बाद उक्त सभी जमशेदपुर से 27 मार्च की अहले सुबह चार बजे पैदल घर जाने को निकल पड़े।
कई परेशानियों को झेलते हुए सभी करीब तीन सौ तीस किलोमीटर की पैदल यात्रा तय करने के बाद 30 मार्च की दोपहर करीब एक बजे गिरिडीह के आंबेडकर चौक पहुंचे। यहां ड्यूटी पर तैनात यातायात इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह समेत अन्य जवानों ने उन्हें पैदल जाते हुए रोका। लोगों ने जमशेदपुर से पैदल बेगुसराय जाने की बात बताई। इसके बाद सभी को इंस्पेक्टर व अन्य जवान मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल ले गए जहां जांच कराने के बाद बड़ा चौक पर सभी को भोजन कराया गया।
उसके बाद इंस्पेक्टर ने एक ऑटो को बुक कर सभी लोगों को गंतव्य के लिए भेज दिया। इंस्पेक्टर ने कहा कि इस विषम परिस्थिति में परेशान लोगों की मदद करने के साथ ही अपनी ड्यूटी भी निभा रहे हैं। सड़क पर ड्यूटी करते हुए कोरोना से बचाव को लेकर एहतियात व सतर्कता बरतने की सलाह भी दी जा रही है। बाहर से आनेवालों को जागरूक करते हुए अपने घरों में रहने की सलाह देते हुए घरों को भेजने का काम कर रहे हैं।