वेबिनार में सामाजिक भावनात्मक शिक्षण पर चर्चा
गिरिडीह शुक्रवार को प्रोजेक्ट संपूर्णा के अंतर्गत जिले के 13 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालया
गिरिडीह : शुक्रवार को प्रोजेक्ट संपूर्णा के अंतर्गत जिले के 13 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों और झारखंड आवासीय विद्यालयों के शिक्षिका-शिक्षक, वार्डेन, अभिभावक और प्रधानाध्यापकों के बीच जूम एप के माध्यम से आभाषी वेबिनार का आयोजन किया गया। इसमें सामाजिक भावनात्मक शिक्षण क्यों आवश्यक है, इस पर चर्चा की गई। बताया गया कि बचपन के बहुत सारे अनुभवों का बच्चों की शारीरिक और भावनात्मक कुशलता पर बहुत ही गहरा असर पड़ता है। जैसे खतरे में पड़ना, हिसक कार्यो में लिप्त होना, मानसिक तनाव होना और अच्छे रिश्तों का चुनाव न कर पाना शामिल है। प्रोजेक्ट संपूर्णा का मुख्य लक्ष्य है बच्चों का सर्वागीण विकास। इसकी प्राप्ति सामाजिक एवं भावनात्मक विकास पर आधारित शिक्षा को मजबूती देकर, विद्यालय वातावरण को अधिक सुरक्षित व अनुकूल बनाकर, अभिभावक शिक्षक संबंधों को बेहतर करके और शिक्षकों को जरूरी सहयोग प्रदान करके की जाएगी। वेबिनार में मुख्य वक्ता के रुप में संपूर्णा कंसोर्टियम के साथी संस्था क्वेस्ट अलायंस की दीपिका थीं। उन्होंने बताया कि बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में अभिभावक, परिवार, विद्यालय और समाज की महती भूमिका होती है। यही बिदु बच्चे के भविष्य निर्माण और सजग नागरिक की परिकल्पना में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। भविष्य की कार्यप्रणाली पर चर्चा करते हुए बताया कि आनेवाले समय में संपूर्णा कंसोर्टियम अभिभावकों के लिए और भी वेबिनार का आयोजन करके और कार्यकर्ताओं के माध्यम से सीधे विद्यालयों तक पहुंच बनाते हुए परियोजना के लक्ष्य को प्राप्त करेगा। इसमें जिले के कस्तूरबा गांधी विद्यालय की वार्डेन, शिक्षिका शिक्षक, कस्तूरबा गांधी विद्यालय की जिला समन्वयक रानू बोस, अभिभावक, संपूर्णा कंसोर्टियम के जीतेंद्र, शाहिद, सुशांत, नालिनाक्षी व नम्रता ने शिरकत की। तकनीकी सहयोगी के रूप में क्वेस्ट अलायंस के हिमांशु और अंजू का महत्वपूर्ण योगदान रहा। धन्यवाद ज्ञापन संपूर्णा के शितांशु शर्मा ने किया।