दो माह बाद भी हत्यारोपित को दबोचने में पुलिस नाकाम
गिरिडीह कमेटी के पैसे को लेकर दोस्त की हत्या करने के आरोपित को दबोचने में मुफस्सिल
गिरिडीह : कमेटी के पैसे को लेकर दोस्त की हत्या करने के आरोपित को दबोचने में मुफस्सिल थाने की पुलिस पूरी तरह से नाकाम हो रही है। हत्या की घटना के दो माह पूरे हो गए, लेकिन मुख्य हत्यारोपित धोबीडीह गांव निवासी जावेद अंसारी की गिरफ्तारी करने की बात तो दूर उसके छिपे रहने के ठिकाने के बारे में भी पुलिस अब तक कोई सुराग हासिल नहीं कर सकी है। हत्याकांड में शामिल रहे एक अन्य आरोपित धोबीडीह गांव निवासी मोकिम अंसारी को घटना के बाद भले ही पुलिस ने दबोच लिया, लेकिन जावेद अब भी पुलिस के हाथ आने से कोसों दूर है। महेशलुंडी गांव निवासी 24 वर्षीय रंजीत कुमार साव की हत्या हुए आज दो माह पूरा हो गया। फरार मुख्य हत्यारोपित की गिरफ्तारी जल्द कर लेने का दावा करने वाली मुफस्सिल थाने की पुलिस अंधेरे में तीर मार रही है। मुख्य आरोपित जावेद के खिलाफ गिरफ्तारी का दबाव बनाने को लेकर कुर्की जब्ती करने का आदेश लेने के लिए पुलिस ने न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया है। गिरफ्तारी को लेकर आरोपित के घर पर इश्तेहार भी चिपकाने की प्रक्रिया पुलिस ने पूरी कर ली है। इसके बावजूद हत्यारोपित साइलेंट मोड में छिपा हुआ है और पुलिस उसका सुराग पाने को हाथ पैर मार रही है, लेकिन सफलता दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है और उसकी गिरफ्तारी को लेकर किए जा रहे सारे प्रयास व छापेमारी बेकार साबित हो रहे हैं। हत्याकांड के मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी नहीं होने से मृतक के स्वजनों में अब पुलिस के खिलाफ आक्रोश फिर से पनपने लगा है। स्वजन अब हत्यारोपित की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन करने का भी मन बनाने लगे हैं और पुलिस की अब तक की कार्रवाई पर असंतोष जताने लगे हैं।
गौरतलब है कि साइबर कैफे में काम करनेवाला रंजीत को मुर्गा पार्टी करने के बहाने बुलाकर जावेद अपने एक अन्य साथी मोकिम अंसारी के साथ 17 दिसंबर को गुजियाडीह स्थित अंग्रेज जमाने के एक खंडहरनुमा बंगला में करीब नौ बजे ले गया। इसके बाद मोबाइल देख रहे रंजीत के सिर पर पत्थर से वार कर जावेद ने हत्या कर दी। हत्या करने के बाद शव को खंडरनुमा बंगला के नीचे झाड़ी के पास फेंक कर उसका बाइक, मोबाइल, पर्स समेत अन्य सामान लेकर फरार हो गया। रंजीत के शव पर 18 दिसंबर को उस बंगला में लोगों की नजर पड़ी तो पुलिस को इसकी सूचना दी गई थी। इधर, इस हत्या में शामिल रहने के मामले में मोकिम को घटना के दो दिन बाद गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। मोकिम ने ही हत्या के सारे राज पुलिस के समक्ष उगला था, लेकिन जावेद को दबोचने में मुफस्सिल पुलिस अब भी नाकाम साबित हो रही है।