हाथियों ने मचाया उत्पात, चहारदीवारी किया ध्वस्त
जंगली हांथीयों के झुंड बिरनी के पिपराडीह व झरखी के जंगल से निकल कर बीते सोमवार रात्रि करीब 11बजे झरखी गांव पहुंच जम कर उत्पाद मंचाया । इस दौरान गांव के कलीम अंसारी का घर का दरबाजा व बाबू मियाँ का चारदीवारी को ध्वदत कर दिया वहीं गांव के इजरायल अंसारी बहादुर अंसारी कलीम अंसारी रफीक अंसारीरुस्तम अंसारी कुर्बान अंसारी इसका मियाँमंसूर अंसारी आदि दर्जनाधिक किसानों का खेत मे लगा फसल मक्का टमाटर बैगन मिर्च धान बिचड़ा को नष्ट कर दिया।
बिरनी (गिरिडीह) : जंगली हाथियों के झुंड ने बिरनी के झरखी में सोमवार रात करीब 11 बजे जमकर उत्पात मचाया। झुंड पिपराडीह व झरखी के जंगल से निकल कर गांव पहुंचा, जहां कलीम अंसारी के घर का दरवाजा एवं बाबू मियां की चहारदीवारी को ध्वस्त कर दिया। गांव के इजरायल अंसारी, बहादुर अंसारी, कलीम अंसारी, रफीक अंसारी, रुस्तम अंसारी, कुर्बान अंसारी, इसका मियां, मंसूर अंसारी सहित दर्जनों किसानों के खेतों में लगी मक्का, टमाटर, बैगन, मिर्च, धान आदि फसलों को नष्ट कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि सभी लोग अपने-अपने घर के अंदर सो रहे थे। अचानक घर की चारदीवारी व दरवाजा टूटने और हाथियों की चिघाड़ने की आवाज सुनाई दी। ग्रामीणों ने हाथियों को भगाने के लिए घर के बाहर आग का अलाव लगाया। टीन बजाते हुए पटाखे छोड़ने लगे। काफी देर तक गांव में हाथियों का झुंड घूमता रहा। खेतों में लगी फसलों को हाथियों ने नष्ट कर दिया। हाथियों को गांवों से निकालने के लिए ग्रामीण रात भर जागते रहे। हाथियों के झुंड को मंगलवार अहले सुबह उक्त जंगल में प्रवेश करा दिया। वन परिसर पदाधिकारी हरि शंकर वर्मा ने बताया कि रातभर ग्रामीणों के साथ हाथियों को निकालने में लगे थे। हाथियों से ग्रामीणों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति को ले वन विभाग से मुआवजा दिया जाएगा। ग्रामीण विभाग के नाम पर आवेदन दें।