बिरनी के 181 गांवों में चार दिनों से ब्लैकआउट
ल्की हवा पानी व बिजली कड़कने से 33 हजार मेन लाइन खराब हो जाती है। और यहाँ घण्टा दो घण्टे खराब रहना होना कोई बात नही बल्कि यह मेन लाइन तीन से चार दिन व सप्ताह तक खराब रहता है। ।जिससे बिरनी के 1
बिरनी (गिरिडीह): हल्की हवा चलने, बारिश होने व बिजली कड़कने से ही 33 हजार की मेनलाइन में खराबी आ जाती है। यहां घंटे, दो घंटे बिजली गुल रहना नई बात नहीं है। यह लाइन तीन से चार दिन तो क्या सप्ताह भर तक खराब रहती है।
बिरनी के 181 गांवों में पिछले चार दिनों से ब्लैक आउट है लेकिन विभाग के अधिकारी को कोई चिंता नहीं है। इससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चार दिनों से बिजली नहीं रहने से लोग ढिबरी युग में रहने को विवश हैं। इस कारण लोगों का मोबाइल चार्ज नहीं हो पा रहा है। बिरनी में लोगों के समक्ष हमेशा बिजली की समस्या लगी रहती है। कभी-कभार बिजली आती भी थी तो उससे लोगों का मोबाइल चार्ज हो जाता था, पंखा व टीवी भी चलता था। इससे घरवालों का मनोरंजन भी हो जाता था। अब परेशानी यह है कि बाहर में रह रहे लोगों व रिश्तेदारों से उनका संपर्क टूट गया है, जिससे परिजन काफी चितित हैं।
सुभाष कुमार, अभिषेक गौरव, सुरेश प्रसाद, दिनेश कुमार, पिटू कुमार, मनोज कुमार आदि ने बताया कि बिजली की यह समस्या यहां कब खत्म होगी यह कोई भी नहीं जानता है। चुनाव में तो जनप्रतिनिधि ग्रामीणों को लुभाने के लिए तरह तरह की बातें कर वोट ले लेते हैं। जब जीत जाते हैं तो जनता के सारे सवालों को भूल जाते हैं। विभाग के कनीय अभियंता सतीश कुमार महतो ने बताया कि मेनलाइन जमुआ से भोरंडीहा से ब्रेक डाउन है। जिस तरह से बिरनी को बिजली मिलती है उस तरह गांव में बिजली आपूर्ति की जाती है।