मधुबन के जरबाद गांव का होगा कायाकल्प
मधुबन पंचायत के जराबाद गांव का कायाकल्प होगा।इसके लिए प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।शनिवार को एक प्लान के तहत डुमरी एसडीएम प्रेमलता मुर्मू के नेतृत्व में जिलास्तर के सभी विभागों के अधिकारी गांव पहुंचे और गांव में पहले तो जनता दरबार लगाया ताकि लोग अपनी समस्या बता सके।
संस, पीरटांड़ (गिरिडीह) : मधुबन पंचायत के जरबाद गांव का कायाकल्प होगा। इसके लिए प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शनिवार को प्लान के तहत डुमरी एसडीएम प्रेमलता मुर्मू के नेतृत्व में जिला स्तर के सभी विभागों के अधिकारी गांव पहुंचे और वहां पहले जनता दरबार लगाया, ताकि लोग अपनी समस्या बता सकें। उसके बाद संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए सभी विभागों के अधिकारियों ने गांव के विकास के लिए रॉड मैप तैयार किया।
बताया गया कि पारसनाथ पर्वत की तराई पर दर्जनों गांव ऐसे हैं जहां के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। इन गांवों में जरबाद गांव भी शामिल है जो पहाड़ की तराई में बसा है। यहां के लोगों को बिजली, पानी, सड़क, पुल, पेंशन आदि की समस्या झेलनी पड़ती है। इन समस्याओं के कई बार अखबार में प्रकाशित होने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने गांव की सुध लेने का प्लान बनाया। एक प्लान के तहत सभी विभागों के अधिकारी गांव में पहुंचे और एक-एक कर अलग-अलग समस्याओं को सूचीबद्ध किया। सभी समस्याओं को सूचीबद्ध करने के बाद इसे धरातल पर उतारने का प्रयास किया जाएगा। बताया गया कि कोठाटांड़ से खरगी तक सड़क व इस रास्ते में अनिल झील नदी पर पुल बनाया जाएगा। साथ ही चापाकल निर्माण, चापाकल मरम्मत, निश्शुल्क चिकित्सा, जाहेर थान की घेराबंदी आदि विकास कार्य किए जाएंगे। हालांकि एसडीएम पीरटांड़ के कई गांवों में जाकर विकास का रोड मैप तैयार कर चुकी हैं पर उन गांवों का विकास युद्ध स्तर पर होता नहीं दिख रहा है।