काला बिल्ला लगाकर काम कर रहे मनरेगाकर्मी
झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर अपनी लंबित मांगों को लेकर जमुआ प्रखंड के सभी मनरेगा कर्मी बीते 22 जून से काला बिल्ला लगाकर काम कर रहें हैं।इस आंदोलन को धारधार बनाने हेतु अगले 29 जून से 01 जुलाई तक सांकेतिक हड़ताल पर रहने का निर्णय कर्मियों ने शनिवार को लिया है।इस आशय की जानकारी लिखित रूप से प्रखंड विकास पदाधिकारी जमुआ को भी दिया गया है।
जमुआ (गिरिडीह): झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर अपनी लंबित मांगों को लेकर जमुआ प्रखंड के सभी मनरेगा कर्मी बीते 22 जून से काला बिल्ला लगाकर काम कर रहें हैं। इस आंदोलन को धारदार बनाने को 29 जून से एक जुलाई तक सांकेतिक हड़ताल पर रहने का निर्णय कर्मियों ने शनिवार को लिया है। इस आशय की जानकारी लिखित रूप से बीडीओ को भी दी गई है। प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी हीरो महतो, मनरेगा संघ के प्रखंड अध्यक्ष सुरेश वर्मा तथा सचिव याकूब अंसारी से संयुक्त रूप से कहा कि सरकार मनरेगा कर्मियों से दिन रात काम लेती है और उनकी लंबित मांगों को दरकिनार किया जाता है। कहा कि सरकारी गाइडलाइन के तहत दस वर्ष कार्य करनेवाले कर्मियों को हर हाल में स्थाई किया जाना है, जबकि मनरेगा कर्मी पिछले 13 वर्षों से कार्यरत हैं। उन कर्मियों से अल्प मानदेय में कार्य करवाया जा रहा है। इतना करने के बावजूद मनरेगा कर्मियों को कारण बताए बगैर पद से भी हटा दिया जाता है। उक्त लोगों ने कहा कि प्रदेश कमेटी के आह्वान पर अपनी लंबित मांगों की पूर्ति के लिए वे शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। काला बिल्ला कार्यक्रम के बाद अब तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की जाएगी।