झारखंड इंटक अध्यक्ष के लिए अनूप ने बिछाई बिसात
झारखंड इंटक का अध्यक्ष बनने के लिए कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने राजनीतिक बिसात बिछाई है। इसके तहत वे अपने पिता दिवंगत राजेंद्र सिंह के पुराने मित्रों को साधने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
दिलीप सिन्हा, गिरिडीह : झारखंड इंटक का अध्यक्ष बनने के लिए कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने राजनीतिक बिसात बिछाई है। इसके तहत वे अपने पिता दिवंगत राजेंद्र सिंह के पुराने मित्रों को साधने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। पुराने नेताओं का समर्थन जुटाने के बाद वे राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जी संजीवा रेड्डी पर झारखंड इंटक अध्यक्ष का चुनाव जल्द कराने का दबाव बना रहे हैं। अनूप सिंह शुक्रवार को हैदराबाद में संजीवा रेड्डी से उनके आवास पर जाकर मिले।
इंटक के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन के बाद उनके बड़े पुत्र कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह को इंडियन माइन वर्कर्स फेडरेशन का अध्यक्ष बनाया गया है। दिग्गज मजदूर नेताओं की मौजूदगी के बीच युवा अनूप सिंह को फेडरेशन का अध्यक्ष बनाना उन्हें अपने पिता की विरासत सौंपने का पहला कदम है। राजेंद्र सिंह की विरासत हासिल करना अनूप सिंह के लिए आसान नहीं होगा। इंटक के राष्ट्रीय महासचिव व विशेषकर झारखंड इंटक अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने पर ही उन्हें अपने पिता की पूरी विरासत मिल सकती है। अनूप की असली लड़ाई झारखंड इंटक अध्यक्ष पद के लिए लड़नी होगी। इसका ट्रायल भी हो चुका है। इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जी संजीवा रेड्डी ने एक साल के लिए झारखंड इंटक का अध्यक्ष जमशेदपुर के मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय को मनोनीत कर संकेत दे दिया है कि अनूप के लिए झारखंड इंटक का अध्यक्ष बनना आसान नहीं होगा। इतना ही नहीं झारखंड इंटक की जो तदर्थ कमेटी बनी है उसमें उन्हें पूर्व मंत्री ओपी लाल एवं एके झा के साथ वरीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। अनूप सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। झारखंड इंटक अध्यक्ष के चुनाव के लिए वे दबाव बना रहे हैं। इसके लिएरणनीति के तहत राजेंद्र सिंह की झारखंड इंटक की कमेटी के अधिकांश पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जी संजीवा रेड्डी को पत्र लिखा है। पत्र में झारखंड इंटक अध्यक्ष का चुनाव कराने की मांग की गई है। अनूप सिंह ने खुद यह पत्र शुक्रवार को संजीवा रेड्डी को सौंप दिया है। झारखंड इंटक अध्यक्ष का रास्ता साफ करने के लिए अनूप सिंह योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहे हैं। एक समय था जब पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक के साथ उनका रांची में बड़ा विवाद हुआ था। थाना तक मामला पहुंचा था। पिता के निधन के बाद अनूप उनके सभी पुराने मित्रों एवं वरिष्ठ साथियों को साधने में जुट गए हैं। मन्नान मल्लिक से वे उनके धनबाद स्थित आवास पर जाकर मिल चुके हैं। उन्होंने मन्नान का आशीर्वाद लिया है। वे गुरुवार की रात गांडेय के झामुमो विधायक डॉ. सरफराज अहमद से गिरिडीह के बोड़ो स्थित उनके आवास पर जाकर मिले। सरफराज राजेंद्र सिंह के पुराने मित्र और वरिष्ठ कांग्रेस नेता रह चुके हैं। इंटक के वे पदाधिकारी भी हैं।
झारखंड इंटक अध्यक्ष के लिए सरफराज ने अनूप को आशीर्वाद दिया है। अनूप के साथ इंटक के क्षेत्रीय सचिव एनपी सिंह बुल्लू, इंटक के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिन्हा छोटन, कांग्रेस ओबीसी सेल के प्रदेश महासचिव नवीन चौरसिया, बलराम यादव, संतोष राय, प्रदीप दराद, संतोष कुमार, संतन सिंह समेत कई इंटक नेता सरफराज से मिलने गए थे।