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गिरिडीह की जनता जागरूक, वीरान हुईं सड़कें

व डीएसई ने जारी किया पत्र शिक्षकों को दिया निर्देश जागरण संवाददाता गिरिडीह जिले के सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को मध्याह्न भोजन का चावल और पैसा दिया जाएगा। कोरोना वाय

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Mar 2020 11:38 PM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 06:17 AM (IST)
गिरिडीह की जनता जागरूक, वीरान हुईं सड़कें
गिरिडीह की जनता जागरूक, वीरान हुईं सड़कें

जागरण टीम, गिरिडीह : देशव्यापी लॉकडाउन का असर धीरे-धीरे और बढ़ता जा रहा है। तीसरे दिन शुक्रवार को इसका व्यापक असर देखा गया। शहर से लेकर गांव तक सन्नाटा पसरा रहा। कुछ समय के लिए आवश्यक चीजों की दुकानें खुलीं उसके बाद बंद हो गई। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुमे की नमाज भी मस्जिदों के बजाय अपने-अपने घर से ही अता की। पुलिस प्रशासन भी पूरी मुस्तैदी के साथ लॉकडाउन को शत प्रतिशत सफल बनाने में जुटी है।

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बता दें कि कोरोना वायरस का खौफ लोगों में काफी बढ़ गया है। इस जानलेवा वायरस से बचने के लिए लोग हर उपाय कर रहे हैं। बात चाहे सोशल डिस्टेंसिग की हो या फिर साफ-सफाई की, सभी चीजों का पूरा ख्याल रख रहे हैं। लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही लेाग अपने-अपने घरों में कैद हो गए हैं। बहुत जरूरी काम से ही घर के पुरुष सदस्य बाहर निकल रहे हैं, जबकि महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी घर के अंदर ही कैद हो गए हैं। लॉकडाउन के तीसरे दिन भी हर जगह व्यापक असर देखा गया। मुख्य सड़कों पर वीरानगी छाई थी। कभी कभार प्रशासन व आवश्यक सेवा के वाहन सड़कों पर दौड़ते नजर आ रहे थे। कुछ बाइक और चार पहिया वाहनों को भी चलते देखा गया, जो बहुत ही आवश्यक काम से बाहर निकले थे। पुलिस कर्मी जगह-जगह वाहनों की जांच कर रहे थे।

इधर, बाजारों और ग्रामीण क्षेत्रों में राशन, मेडिकल, सब्जी आदि की दुकानें खुलीं। दुकानों में भी लोग सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते देखे गए। हर जगह पर्याप्त दूरी बनाकर लोग सामानों की खरीदारी कर रहे थे।


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