फायरिग कर बस से पांच लाख लूटनेवाले पांच गिरफ्तार
गिरिडीह-जमुआ मुख्य मार्ग पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जगजगो मोड़ के समीप व्यापारी से पांच लाख रूपये लूट मामले में पुलिस की टीम सफलता हासिल की है। घटना को अंजाम देने में संलिप्त पांच अपराधकर्मियों को एसपी के द्वारा गठित एसआईटी की टीम ने जमुआ थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों से गिरफ्तार की है। गिरफ्तार आरोपितों में जमुआ थाना क्षेत्र के पिडरबाद गांव निवासी शंकर कुमार
गिरिडीह : गिरिडीह-जमुआ मुख्य मार्ग पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जगजगो मोड़ के समीप फायरिग कर बस पर सवार व्यापारी से पांच लाख रुपये लूटने के मामले में पुलिस की टीम ने सफलता हासिल की है। घटना को अंजाम देने में संलिप्त पांच आरोपितों को एसपी सुरेंद्र कुमार झा द्वारा गठित एसआइटी की टीम ने जमुआ थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में जमुआ थाना क्षेत्र के पिडरबाद निवासी शंकर कुमार राम व दीपक कुमार राम, लताकी निवासी अजय हाजरा, सानडीह निवासी जितेन्द्र कुमार साव व मिथिलेश कुमार साव शामिल हैं। आरोपितों के पास से पुलिस ने लूट में प्रयोग की गई पिस्तौल व लूटी गई पांच लाख दो हजार रुपये में से दो लाख दो हजार रुपये भी बरामद किया है। मुफस्सिल थाने में सोमवार को इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने जानकारी दी।
बताया कि 17 मार्च की शाम को व्यवसायी अमित कुमार गुप्ता के कर्मचारी बबलू अंसारी जमुआ थाना क्षेत्र के मिर्जागंज, खरगडीहा व जमुआ बाजार के अलावा अलग-अलग स्थानों से तकादा कर पांच लाख दो हजार रुपये लेकर शिव डिलक्स बस से गिरिडीह लौट रहा था। पांच अपराधी जगजगो मोड़ के पास बस को रोककर हथियार के बल पर लूट की घटना को अंजाम देने के बाद फायरिग करते हुए फरार हो गए थे। इसकी सूचना पीड़ित ने थाने में देकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। गिरफ्तार आरोपितों को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया जहां से न्यायालय के आदेश पर पांचों को जेल भेज दिया गया।
शंकर ने की थी फायरिग, मिथिलेश ने बैग को पहचाना था: व्यवसायी के स्टाफ से लूटपाट करने की घटना को तीन ने अलग-अलग तरीके से अंजाम देने का काम किया था जबकि दो ने रास्ते में रेकी की थी। एक बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने बस को ओवरटेक कर रोका। उसमें से एक जितेन्द्र साव ने बस के चालक को हथियार का भय दिखाकर कब्जे में ले लिया। वहीं मिथिलेश साव व्यवसायी के स्टाफ के पास पड़ी पीले रंग की बैग की पहचान किया। इसके बाद शंकर व मिथिलेश ने नोटों से भरे बैग को छीन लिया और शंकर फायरिग की घटना को अंजाम देकर दहशत फैलाते हुए फरार हो गए। वहीं दीपक व अजय व्यवसायी के स्टॉफ की पल-पल की रेकी कर रहे थे।
आठ सदस्यीय एसआइटी हुई थी गठित: पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार झा ने आठ सदस्यीय एसआइटी का गठन किया था। टीम में इंस्पेक्टर सह मुफस्सिल थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर, जमुआ अंचल के इंस्पेक्टर बिनय कुमार राम, जमुआ थाने के प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक अभिषेक कुमार रंजन, मुफस्सिल थाने के सहायक अवर निरीक्षक जितेन्द्र कुमार सिंह, नवल किशोर मिश्रा, श्रवण कुमार सिंह, टेक्निकल सेल के जोधन महतो व राजेश गोप शामिल थे।
आरोपितों के पास से बरामद सामान: लूट की घटना को अंजाम देने के आरोपितों के पास से पुलिस ने कई सामान की बरामदगी की है। इन सामान में लूटे गए पांच लाख दो हजार रूपये में दो लाख दो हजार रुपये .315 बोर का दो देसी पिस्तौल, दो जिदा कारतूस व एक पीले रंग का बैग शामिल है।
एक अन्य व्यापारी से लूटा था चालीस हजार रुपये: अपराध की घटनाओं को अंजाम देने में शामिल आरोपितों ने इससे पहले भी एक व्यापारी को लूट का शिकार बनाया था। घटना 12 फरवरी की शाम को जमुआ-चितरडीह पथ पर बांटी गांव के समीप घटी थी। अपराधियों ने तिरंगा चौक स्थित पाउडर दूध की एजेंसी राज स्टोर के मालिक व पचंबा निवासी विष्णु केडिया को जमुआ के मिर्जागंज से तकादा कर लौटने के क्रम में ओवरटेक कर पिस्तौल के बल पर चालीस हजार रुपये लूट लिया था।
लूट के मामले में तीन पहले भी जा चुके थे जेल : लूटपाट के मामले में तीन आरोपित शंकर कुमार राम, अजय हाजरा व जितेन्द्र कुमार साव पूर्व में भी जेल जा चुके हैं। जेल से कुछ माह पूर्व ही तीनों जमानत पर रिहा होकर बाहर आए थे।