Move to Jagran APP

चाइल्ड लाइन के प्रयास से चार साल बाद दंपती को मिली बेटी

प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित गांव जलगोड़ा गांव के एक आदिवासी दंपति को चार साल बाद चाइल्ड लाइन के प्रयास के बाद बुधवार को बेटी दिल्ली से घर वापस आयी।जिससे दंपति काफी खुश है।बाल मजदुर गिरोह के चंगुल से छुड़ा कर लाया गया था। जानकारी के अनुसार जलगोड़ा गांव के सावना हेम्ब्रोम के पंद्रह वर्षीय बेटी सोनाली हेम्ब्रोम को जमुआ थाना के बाल मजदूर गिरोह के लोग बढि़या नोकरी व पढ़ाई करवाने की लालच देक

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Feb 2020 08:00 AM (IST)Updated: Sun, 16 Feb 2020 08:00 AM (IST)
चाइल्ड लाइन के प्रयास से चार साल बाद दंपती को मिली बेटी
चाइल्ड लाइन के प्रयास से चार साल बाद दंपती को मिली बेटी

तिसरी (गिरिडीह) : चाइल्ड लाइन के प्रयास से प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित गांव जलगोड़ा के एक आदिवासी दंपती को चार साल के बाद बुधवार को उनकी बेटी वापस मिल गई। इससे दंपती काफी खुश हैं। उसे बाल मजदूर गिरोह के चंगुल से छुड़ाकर लाया गया। जानकारी के अनुसार जलगोड़ा की एक 15 वर्षीय किशोरी को जमुआ थाना क्षेत्र के बाल मजदूर गिरोह के लोग बढि़या नौकरी व पढ़ाई कराने का लालच देकर 2016 में दिल्ली ले गए थे। एक साल बीतने के बाद बेटी से उसके अभिभावक का संपर्क टूट गया। फोन से भी उनकी बातचीत नहीं हो पा रही थी। इससे किशोरी के परिजन काफी परेशान हो गए। बेटी को ले जाने वाले व्यक्ति से संपर्क किया तो वह आज-कल कर टालता रहा। अंत में अक्टूबर 2019 को चाइल्ड लाइन को इसकी खबर की गई। संस्था के लोगों ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लड़की को ले जानेवाले व्यक्ति पर दबाव बनाया तो पता चला कि वह दिल्ली के पंजाबीबाग की एक कोठी में काम कर रही है। चाइल्ड लाइन के प्रयास से किशोरी को ट्रेन से जसीडीह स्टेशन लाया गया। इसके बाद तिसरी में इंतजार कर रहे माता-पिता को उसे सौंप दिया गया। चाइल्ड लाइन सब सेंटर तिसरी के सवेरा फाउंडेशन के अजय मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में बाल व्यापार करने वाले एक व्यक्ति बाल मजदूरी करवाने को उक्त लड़की को ले गया था। तीन साल से माता-पिता से उसका संपर्क टूट गया था। दिल्ली के पंजाबीबाग से बरामद कर माता-पिता को लड़की को सौंप दिया गया। इससे लड़की व उसके माता पिता काफी खुश हैं।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.