रिटायरमेंट के पैसे के लिए की गई थी अलीबख्श की हत्या
पचंबा थाना क्षेत्र के बोड़ो में बीती रात सेवानिवृत्त राजस्व कर्मचारी अली बख्श मियां की गोली मारकर हत्या करने की गुत्थी उलझ गयी है।
गिरिडीह : पचंबा थाना क्षेत्र के बोड़ो में बीती रात सेवानिवृत्त राजस्व कर्मचारी अली बख्श मियां की गोली मारकर हत्या करने की गुत्थी उलझ गई है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुट गई है कि गोली कमरे के बाहर से मारी गई थी या फिर कमरे के अंदर से। वैसे पुलिस भी यह मानकर चल रही है कि अली बख्श की हत्या रिटायरमेंट के पैसे को लेकर हुई है। इधर अली बख्श की प्रेमिका सुनीता देवी एवं उसके पुत्र पप्पू दास अभी भी पुलिस हिरासत में है। दोनों से पूछताछ जारी है।
इधर मृतक राजस्वकर्मी की हत्या के लिए उनके परिजनों ने सुनीता देवी, उसके पति ब्रम्हदेव दास, पुत्र पप्पू दास एवं उसकी पत्नी तथा मुफस्सिल थाना अंतर्गत छाताटांड़ निवासी चंद्रकांत तिवारी के खिलाफ पचंबा थाने में लिखित शिकायत की है। पचंबा थाना प्रभारी शर्मानंद सिंह ने बताया कि अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। आवेदन की जांच की जा रही है। पुलिस सभी बिदुओं को ध्यान में रखते हुए अनुसंधान कर रही है। सूत्रों के अनुसार शीशे वाली खिड़की से बाहर से दो गोली अली बख्श के सिर में लगने की बात पुलिस पचा नहीं पा रही है। यदि बाहर से गोली चली है तो पहली गोली लगते ही उसे गिर जाना चाहिए था। ऐसे में दूसरी गोली उसके सिर पर नहीं लग सकती है। इसी सवाल पर पुलिस उलझी हुई है।
परिजनों का कहना है कि बीती रात करीब सवा दो बजे जिस वक्त बारिश व बिजली कड़क रही थी ठीक उसी वक्त किसी ने अली बख्श को उसके बोड़ो हवाई अड्डा रोड स्थित आवास पर खिड़की से आवाज दी थी। जैसे ही वे खिड़की के पास पहुंचे अपराधियों ने उनके सिर को निशाना बनाते हुए दो गोली मार दी। गोली लगते ही वे कमरे में गिर पड़े। अलीबख्श 31 जुलाई को बिरनी प्रखंड के प्रभारी अंचल निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। शादीशुदा अली बख्श का बोड़ो निवासी सुनीता देवी नामक महिला से सात साल से भी अधिक समय से अवैध संबंध था। दोनों पति-पत्नी की तरह रह रहे थे। अली बख्श ने सेवानिवृत्त होने पर दस लाख रुपये सुनीता को देने की लिखित घोषणा की थी। इस बात को लेकर उसकी पहली पत्नी और परिवार के लोग विरोध कर रहे थे। बताया जाता है कि बिरनी में इसे लेकर परिवार के सदस्यों के साथ अलीबख्श का विवाद भी हुआ था।