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प्रमाण पत्र बनाने पहुंची महिला को देख पहली ही नजर में दिल हार गए थे अलीबख्श

जिस अली बख्स मियां की हत्या गोली लगने से रविवार की देर रात को हुई। उसकी हत्या करने व करवाने का आरोप जिस महिला पर लगाया जा रहा है उसे अली बक्स ने अपने प्रेमजाल में सात साल पहले फंसा कर उसके साथ पति-पत्नी जैसा रहने की बात बॉन्ड पेपर में खुद अली बक्स ने जिक्र किया है। 13 जुलाई 2017 को किए शपथ पत्र में अली बख्स ने लिखा है कि सुनीता आज से पांच

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 12:49 AM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 06:40 AM (IST)
प्रमाण पत्र बनाने पहुंची महिला को देख पहली ही नजर में दिल हार गए थे अलीबख्श
प्रमाण पत्र बनाने पहुंची महिला को देख पहली ही नजर में दिल हार गए थे अलीबख्श

गिरिडीह : सेवानिवृत्त राजस्वकर्मी अली बख्श मियां की हत्या में जिस सुनीता का देवी का नाम सामने आया है उससे अलीबख्श का करीब सात साल से प्रेम संबंध था।

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बताया जाता है कि गिरिडीह सदर अंचल कार्यालय में पदस्थापित रहने के दौरान अली बख्श और सुनीता की जान पहचान हुई थी। उन दिनों सुनीता जाति और आवासीय प्रमाण पत्र बनाने के लिए अली बख्श के पास पहुंची थी। जहां उससे आवेदन लेने के बाद सुनीता से कहा कि प्रमाण पत्र बनाकर उसका घर पहुंचा देगा। इस दौरान बख्श ने उसका मोबाइल नंबर भी ले लिया था। 13 जुलाई 2017 को दिए गए शपथ पत्र में अली बख्श ने लिखा है कि यह सब उसने इस लिए किया क्यों कि पहली ही नजर में सुनीता उसे भा गई। वह दोस्ती को आगे बढ़ाना चाहता था। धीरे-धीरे दोनों के बीच मोबाइल पर बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। इस क्रम में अली और सुनीता की दोस्ती कब प्यार में बदल गई इसका अंदाजा ही नहीं रहा। इस क्रम में दोनों एक दूसरे से मिलने जुलने लगे और दोनों ने एक दूसरे का जिंदगी भर साथ निभाने की कसमें भी खाई। अली बख्श ने अपने एकरारनामे में लिखते हैं कि सुनीता और मैंने आज वादा किया है कि वह हमारी जिंदगी भार बात मानेगी। किसी भी राजनीतिक पार्टी की बैठक में कार्यकर्ता के हैसियत से वह हिस्सा नहीं लेगी। शपथ पत्र में अली बख्श ने यहां तक लिखा है कि वह जीवन उपरांत सुनीता के परिवार का भरण पोषण करेगा। उसकी सारी जरूरतों को वह पूरा करेगा। साथ ही इस एकरारनामे को पूरे होशों हवास में लिखने और हस्ताक्षर करने की बात कही है। इधर 10 मार्च 2019 को बांड पेपर में अली बख्श ने लिखा है कि नौकरी से सेवानिवृत्त के बाद सुनीता को दस लाख रुपया देंगे। हालांकि इसमें शब्द में दस लाख रुपये व अंक में एक लाख रुपया अंकित है। 22 जून 2019 को पुन: अली बख्श ने एक और बांड किया है जिसमें वह और सुनीता पति-पत्नी के रूप में सदैव रहने की बात कही है। जिसमें वह उल्लेख किया है कि उन दोनों का के बीच 2012 से रिश्ता है। अली बख्श लिखता है कि उसकी पत्नी की बच्चेदानी में हुई बीमारी के बाद सुनीता से उसकी दोस्ती हुई थी। और वह पति-पत्नी के रूप में रहे हैं और जब तक जिंदा रहेंगे तबतक पति-पत्नी के रूप में रहेंगे। सेवानिवृत्ति के बाद सुनीता को किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए रिटायरमेंट से मिले रुपये का आधा हिस्सा उसे दूंगा। शहर में डेढ़ साल से किराये का मकान लेकर रहा रहा था अलीबख्श

राजस्वकर्मी अली बख्श का घर बोड़ो में होने के बाद भी वह करीब डेढ़ साल से शहर के जागो साव के यहां किराये का मकान लेकर रह रहा था। इस दौरान उसने पत्नी और बच्चों से दूरी बना ली थी। जबकि सुनीता उसके काफी करीब थी। किराये के मकान में रहते हुए उसका तबादला गिरिडीह अंचल से बिरनी अंचल हुआ था।

- बिरनी पहुंचकर जान मारने की दी थी धमकी

मृतक अली बख्श का मंझला बेटा मनौव्वर हुसैन ने बताया कि पिता सुनीता नामक महिला के साथ अक्सर बात किया करते थे। इधर कुछ दिनों से उस महिला से पिता ने दूरी बना ली थी। जिस कारण महिला ब्लैक करते हुए पैसा ऐंठना चाहती थी। इसकी मनाही करने के बाद पिता को अक्सरहां जान मारने की भी धमकी देती थी। पिता के सेवानिवृत्ति के करीब दो माह पहले वह चाकू लेकर एक निजी गाड़ी से बिरनी आ पहुंची थी। वहां वह उनके डेरा में पहुंचकर पैसे की मांग की थी। साथ ही सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाली पूरी राशि की डिमांड करने लगी थी। जिसका उन्होंने विरोध किया था तो जान से मारने की धमकी दी गई। साथ ही घर पर रखा कुछ सामान भी अपने साथ लेते गई। इस बात की जानकारी उन्होंने फोन पर हमलोगों को दी थी। साथ ही उन्होंने जान का खतरा की आंशका जताते हुए बिरनी से डेरा खाली कर घर के सदस्यों के साथ आफिस आना जाना कर रहे थे। इसके बावजूद भी महिला का बिरना आना जाना लगा रहा। कुछ दिनों से रात में कोई आता था खोजने

मृतक की बेटी रूबी परवीन ने घटना के बारे में बताया कि सुनीता के साथ उसके पिता का अवैध संबंध था। वह उन्हें अपने वश में कर ली थी और मनचाहा पैसा ऐंठती थी। इस दौरान मोबाइल पर खींची गई तस्वीर के सहारे ब्लैकमेल किया करती थी। वह सदैव सेवानिवृत्ति के रुपये पाने का दबाव बना रही थी। रुपये नहीं देने पर पूरे परिवार को डायनामाइट से उड़ा देने की धमकी भी दिया करती थी। इसी क्रम में रविवार की रात में उसका बेटा पप्पू दास घर पर आकर गाली-गलौज की तथा धमकी भी दी। इस घटना में छाताटांड़ का एक व्यक्ति शामिल है। जो इधर दो तीन दिनों से रात में उन्हें खोजने आया करता था। उसने आरोपितों की गिरफ्तारी व कड़ी सजा देने की मांग पुलिस प्रशासन से की है।

- घर के लोगों ने बदल दिए थे मोबाइल नंबर : अली बख्श के सुनीता के साथ अवैध संबंध से घरवाले भी परेशान थे। वे कई बार इसे लेकर उन्हें मना भी कर चुके थे लेकिन अली बख्श किसी की कुछ नहीं सुनते थे। महिला से पिता को बचाने के लिए घरवाले उनका पुराना नंबर बदलकर नया नंबर दिया था। लेकिन अली बख्श थे कि मौका मिलते ही वह सुनीता के संपर्क में आ जाते थे।

हर मौके पर मदद करता था : अली बक्श अपने प्रेम जाल में सुनीता को फंसाने के बाद उसे हर मौके पर मदद किया करता था। अली सुनीता के गला का ऑपरेशन के लिए रांची में इलाज कराया था और सारा खर्च उन्होंने वहन किया था। इसके अलावे उसकी पति की इलाज के साथ-साथ ऑटो लेने में भी उनकी मदद की थी।

महिला थाने में हुआ था समझौता : मेहरून निशा ने अपने पति का सुनीता नामक महिला से अवैध संबंध होने को लेकर महिला थाने में आवेदन देकर शिकायत की थी। यह आवेदन छह अप्रैल 2018 को दिया गया था। इसके बाद तीनों को थाने में 11 अप्रैल 2018 को बुलाया गया था। तीनों 11 अप्रैल को महिला थाना पहुंचे थे। इसके पहले मामले की जांच पुलिस पदाधिकारी ने की थी और मामले को सत्य पाया गया था। पूछताछ के बाद दोनों ने अपनी गलती को स्वीकार की थी। समझौते के तहत अली को सुनीता के साथ किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं रखने समेत कई निर्देश दिया गया था। साथ ही अली को निर्देश दिया गया था कि वह बीते बातों को भूलकर अपनी पत्नी व बच्चों के साथ रहेंगे। लेकिन इस समझौते का कोई असर दोनों पर नहीं पड़ा और पूर्व का संबंध बरकरार रहा। अवैध संबंध का अंत एक इंसान की जान से हुआ।


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