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सुरेश यादव के तीन और हत्यारों को आजीवन कारावास

जिला जज चार डीएन मिश्रा की अदालत ने राजधनवार के सुरेश यादव की हत्या के मामले में शनिवार को तीन और हत्यारों वेदनारायण यादव जुगल यादव और रामेश्वर यादव को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 06:02 PM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 06:02 PM (IST)
सुरेश यादव के तीन और हत्यारों को आजीवन कारावास
सुरेश यादव के तीन और हत्यारों को आजीवन कारावास

गिरिडीह : जिला जज चार डीएन मिश्रा की अदालत ने राजधनवार के सुरेश यादव की हत्या के मामले में शनिवार को तीन और हत्यारों वेदनारायण यादव, जुगल यादव और रामेश्वर यादव को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही तीनों को दस-दस हजार रुपये जुर्माने की सजा दी है। इसके साथ ही सुरेश यादव हत्याकांड में अब तक आधा दर्जन लोगों को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। इस मामले में 24 मार्च 2018 को नागेश्वर यादव, हेमराज यादव और रोहन यादव को तत्कालीन जिला जज चार अरविद कुमार पांडेय की अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। तीनों गिरिडीह जेल में सजा काट रहे हैं। अदालत ने बुधवार को वेदनारायण यादव, जुगल यादव और रामेश्वर यादव को सुरेश यादव की हत्या के लिए दोषी करार दिया था। तीनों पूर्व से जेल में बंद हैं।

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दोषी करार दिए जाने के साथ ही तीनों को वापस जेल भेज दिया गया था। शनिवार को सजा सुनाने के लिए तीनों को कड़ी सुरक्षा के बीच सेंट्रल जेल से न्यायालय लाया गया था। बचाव पक्ष ने जहां कम से कम सजा देने की अपील की, वहीं अभियोजन पक्ष ने अधिकतम सजा देने की मांग की। सजा सुनाने के बाद तीनों को वापस जेल भेज दिया गया। मालूम हो कि राजधनवार थाना क्षेत्र के उनमंडरी गांव में 5 अगस्त 2015 को सुरेश यादव की हत्या कर दी गई थी।

इस कांड के सूचक केदार यादव ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा था कि घटना के दिन 3 बजे उसका भाई सुरेश अपने खेत से वापस घर लौट रहा था। वह भी पीछे-पीछे आ रहा था। इस बीच सभी अभियुक्त पूर्व योजना बनाकर रास्ता में रोक कर सुरेश को घातक हथियार से मारने लगे। सभी ने मिलकर मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। इससे सुरेश की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी। हत्या का कारण जमीन और रास्ता विवाद था। इस मामले में अभियोजन के तरफ से 9 गवाहों का परीक्षण कराया गया व बहस की गई। इस मामले से फरार चल रहे वेद नारायण यादव, जुगल यादव और रामेश्वर यादव ने बाद में न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था। एक अभियुक्त सुरेंद्र यादव की मौत 7अप्रैल 2017 को हो गई थी।


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