गांव में विधायक-मुखिया के प्रवेश पर लगी रोक
प्रखंड के जरमूने गांव के ग्रामीणो ने एक अनोखा फरमान किया है। जिसमें गांव के मख्य द्वार पर एक बोर्ड लगा कर विधायक व मुखिया को प्रवेश रोक लगा कर विरोध जताया है। जिसमें लिखा है कि राजस्व ग्राम जरमूने मे पंचायत भवन नहीं तो विधायक नागेन्द्र महतो व स्थानीय मुखिया संतोष रजक का प्रवेश नहीं।ग्रामीणो ने बताया कि बगोदर के 22 पंचायतों मे 21 पंचायत मे पंचायत सचिवालय बना हुआ है लेकिन जरमूने पश्चिमी पंचायत मे आज तक नहीं बना था । जो विगत 2
बगोदर (गिरिडीह) : पंचायत भवन नहीं बनने से आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव में विधायक और मुखिया के प्रवेश पर रोक लगा दी है। गांव के प्रवेश द्वार पर एक बोर्ड लगाकर यह फरमान जारी करते हुए विरोध जताया है। बोर्ड में लिखा है राजस्व ग्राम जरमुने में पंचायत भवन नहीं तो विधायक नागेंद्र महतो व स्थानीय मुखिया संतोष रजक का प्रवेश नहीं।
ग्रामीणों ने बताया कि बगोदर की 22 पंचायतों में से 21 में पंचायत सचिवालय बना है, लेकिन जरमुने पश्चिमी पंचायत में आज तक इसका निर्माण नहीं हुआ है। 28 अगस्त को 45 लाख की लागत से जरमुने में पंचायत सचिवालय निर्माण के लिए नींव खोद कर काम शुरू किया गया था, लेकिन जिला के अधिकारी के आदेश पर ठेकेदार ने कार्य को बंद कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय मुखिया ने पंचायत भवन का निर्माण राजस्व गांव जरमुने में न कराकर इसी पंचायत के दूसरे गांव माहुरी में कराने की साजिश की है। मुखिया अपने स्वार्थ में पंचायत सचिवालय का स्थान परिवर्तित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसे लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया। ग्रमीणों ने जरमुने में ही पंचायत सचिवालय निर्माण कराने की मांग की है। विरोध जताने वालों में उमेश सोनी, मनोहर माली, सतेन्द्र स्वर्णकार, सुरेश माली, निरंजन स्वर्णकार, आशीष सोनी, राजेश महतो आदि शामिल हैं।
इधर ठेकेदार अनिल मंडल ने बताया कि जिला अभियंता ने काम रुकवा दिया है।