हत्या के केस में दुष्कर्म की बात डकार गई पुलिस
चार साल तक दुष्कर्म करने के बाद दो देवरों ने जहर पिलाकर जिस महिला की हत्या कर दी थी उसे मौत के बाद भी इंसाफ नहीं मिल रहा है।
गिरिडीह। चार साल तक दुष्कर्म के बाद दो देवरों ने जहर खिलाकर जिस महिला की हत्या की उस मामले में मृतका के परिजनों को अबतक इंसाफ नहीं मिल पाया है। विगत 22 जून की रात महिला की मौत के बाद पीएमसीएच धनबाद में उसके पिता द्वारा दिए गए बयान में दुष्कर्म की बात को धनबाद स्थित सरायढेला थाना की पुलिस ने इसे रिकॉर्ड तक नहीं किया। जबकि घटना के 55 दिन बीतने को है लेकिन गिरिडीह पुलिस उक्त दोनों आरोपितों को गिरफ्तार तक नहीं कर पाई। इधर मृत महिला के माता-पिता जो धनबाद टुंडी के रहने वाले हैं। हत्या के साथ दुष्कर्म की बात दर्ज कराने व दोनों हत्यारोपितों मोहन मंडल एवं कुलदीप मंडल को गिरफ्तार के लिए पुलिस दरबार में हाजिरी लगाने को मजबूर हैं। इधर, महिला का पति भी लगातार इंसाफ की मांग कर रहा है।
टुंडी से शुक्रवार को मृतक महिला के माता-पिता व भाई गिरिडीह के एसपी से मिलने पुलिस पहुंचे थे। लेकिन उनकी मुलाकात एसपी से न कराकर डीएसपी से मिलने को कहा गया। इधर डीएसपी से मिलकर पीड़ित परिजनों ने मामले में दुष्कर्म की बात जोड़ने व हत्यारोपितों को गिरफ्तार करने के लिए एक आवेदन सुपुर्द किया। लेकिन डीएसपी ने यह कहकर आवेदन लौटा दिया कि हत्यारोपित शीघ्र पकड़े जाएंगे। जहां तक दुष्कर्म की बात है तो यह सुपरविजन रिपोर्ट में शामिल किया जा सकता है। इसके बाद पीड़ित परिवार ने एसपी के आवासीय कार्यालय जाकर आवेदन दिया। डीएसपी से इसके पूर्व भी पीड़ित परिवार मिलकर कई बार फरियाद कर चुके थे।
एसपी को दिए आवेदन में मृतक महिला के पिता ने सरायढेला पुलिस के समक्ष दिए गए सामूहिक दुष्कर्म व जहर खिलाकर हत्या करने के फर्दबयान में से दुष्कर्म की बात को गौण करते हुए सिर्फ हत्या का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज करने की शिकायत की है। फर्द बयान में कही गई दुष्कर्म की बात की प्राथमिकी में जोड़ने की मांग की और हत्या में शामिल दोनों आरोपितों मोहन मंडल व कुलदीप मंडल की गिरफ्तारी की मांग की। आवेदन में उन्होंने कहा है कि उनकी बेटी की शादी मुफस्सिल थाना क्षेत्र में हुई थी। दामाद दिल्ली में रहकर मजदूरी किया करता है। ससुराल में रहने के क्रम में दोनों आरोपितों से उसकी जान पहचान हुई थी। इसी क्रम में घर में अकेले रहने का फायदा उठाकर उक्त दोनों आरोपितों ने उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद हत्या करने की नीयत से जहर दे दिया। इससे वह गंभीर हो गई, उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में लाया गया। वहां से उसने फोन पर अपने पति व उन्हें घटना की आपबीती सुनाई थी। गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल से उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। उसकी मौत होने के बाद सरायढेला पुलिस के समक्ष उन्होंने फर्द बयान दिया जिसमें उक्त दोनों द्वारा दुष्कर्म करने के बाद जहर खिलाकर हत्या करने का जिक्र किया गया था। पुलिस ने उसके फर्द बयान से दुष्कर्म की बात को हटाकर सिर्फ हत्या की बात को शामिल की है।
महिला ने पिता को फोन पर बताई थी दुष्कर्म की बात
मृत्यु के पूर्व महिला ने दुष्कर्म के बाद जहर खिलाने की बात अपने पिता को फोन पर बताई थी, जिसे फर्द बयान में कहा गया था लेकिन आरोपितों को लाभ पहुंचाने को लेकर प्राथमिकी में दुष्कर्म की बात दर्ज नहीं की गई है। इतना ही नहीं घटना के 55 दिन बाद भी आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। गिरिडीह नगर थाना पुलिस वे बराबर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
पुलिस को ऑडियो भी कराया गया था उपलब्ध
विदित हो कि विगत 22 जून की शाम नगर थाना क्षेत्र में किराये की मकान में रहने वाली महिला के साथ उसके दो देवर मिलकर करीब चार साल से दुष्कर्म कर रहे थे। महिला इधर दोनों का विरोध कर रही थी। इस कारण दोनों ने उसे जहर खिला दिया। उसी रात पीएमसीएच में उसकी मौत हो गई थी। महिला का ससुराल मुफस्सिल थाना क्षेत्र में था। दोनों आरोपित भी उसी इलाके के हैं। महिला स्वास्थ्य विभाग में आउट सोर्सिग पर काम करती थी। पीड़िता ने दुष्कर्म व जहर खिलाने की सूचना दिल्ली में रह रहे अपने पति और टुंडी में रहने वाले अपने पिता को फोन कर दी थी। इसका ऑडियो भी मृतक महिला के परिजनों ने पुलिस को उपलब्ध कराया था।