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पक्की सड़क ने बदल दी बासोकुरहा गांव की तकदीर

बेंगाबाद प्रखंड मुख्यालय से चार किलोमीटर दूर लुप्पी रोड स्थित घाघरा बस्ती से बासोकुरहा गांव तक पक्की सड़क बन जाने से गांव के लोग काफी खुश हैं। पक्की सड़क बन जाने से गांव की तकदीर ही बदल गई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Jul 2019 10:00 AM (IST)Updated: Wed, 10 Jul 2019 10:00 AM (IST)
पक्की सड़क ने बदल दी बासोकुरहा गांव की तकदीर
पक्की सड़क ने बदल दी बासोकुरहा गांव की तकदीर

प्रभात कुमार सिन्हा, गिरिडीह: बेंगाबाद प्रखंड मुख्यालय से चार किलोमीटर दूर लुप्पी रोड स्थित घाघरा बस्ती से बासोकुरहा गांव तक पक्की सड़क बन जाने से गांव के लोग काफी खुश हैं। पक्की सड़क बन जाने से गांव की तकदीर ही बदल गई है।

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गांव के लोग कच्ची व पगडंडी वाली रास्ते के सहारे किसी तरह घाघरा तक पहुंचकर पक्की सड़क से प्रखंड मुख्यालय तक का सफर तय करते थे लेकिन अब गांव तक सड़क बन जाने से लोग राहत की सांस ले रहे हैं। इस पथ का निर्माण करीब 26 लाख रूपये की लागत से की गई है। कच्ची पथ रहने के कारण गर्मी में जहां धूल गर्दा में चलना पड़ता था। बरसात में कीचड़ भरे पथ पर खाली पैर चलने को मजबूर होना पड़ता था। गांव में करीब 45 घर हैं जहां चार सौ से अधिक की जनसंख्या निवास करती है। गांव के लोग लंबे समय से कालीकरण पथ बनवाने की मांग कर रहे थे जिसका सपना अब साकार हो गया है। इस सड़क के बन जाने से ग्रामीणों को कहीं भी आने जाने में सहुलियत महसूस हो रही है। सड़क नहीं रहने के कारण गांव के लोग बरसात के दिनों में काफी दिक्कतों का सामना करते हुए किसी भी कार्य के लिए बाहर निकलने में कतराते थे। गांव तक चकाचक सड़क बन जाने उत्साहित हैं और सरकार के इस कार्य की सराहना कर रहे हैं।

क्या कहते ग्रामीण

- गांव तक पक्की सड़क नहीं रहने से काफी परेशानी होती थी, लेकिन अब सड़क बन जाने से कच्ची पर से होनेवाली दिक्कत से निजात मिली है। पूर्व में यहां आने के लिए कच्ची पथ थी। वह भी धीरे-धीरे पूरी तरह से टूट चुकी थी। अब पक्की सड़क बन गया है जिससे हमसबों को आवागमन करने में सहुलियत हो रही है।

बहादुर भोक्ता, बासोकुरहा। - गांव तक आने-जाने के लिए कच्ची टूटी हुई पथ को पक्की करने की मांग कई मर्तबा किया गया था। इस मांग को इस बार पूरा किया गया जिससे बरसात के कीचड़ से राहत मिला है। अब सड़क बन जाने से हाट-बाजार जाने से लेकर बीमारी को इलाज के लिए कभी भी ले जाने में सुविधा मिल रहा है।

विश्वनाथ भोक्ता, बासोकुरहा। सरकार गांव तक आने वाली इस पथ को पक्की कराने का काम की है। बरसात में कीचड़ व गर्मी में धूल गर्दा से अब दिक्कत नहीं होती है। सरकार गांव की सड़क को पक्की कर अच्छा काम की है। अब गांव में पीने की पानी की समस्या को दूर करने का उपाय कर हो जाता तो और अच्छा होता।

मुखनी देवी, बासोकुरहा। - पहले पक्की सड़क नहीं रहने के कारण कच्चे व टूटे पथ पर सफर करना पड़ता था। बाजार जाने में भी गांव से घाघरा तक जाने में काफी परेशानी होती थी। बच्चे भी बरसात में कीचड़ हो जाने पर स्कूल नहीं जाना चाहते थे। सड़क बन जाने से बहुत ही सुविधा मिली है।

गौरी देवी, बासोकुरहा।


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