अस्पतालों की कुव्यवस्था के खिलाफ धरना
जिले के सरकारी अस्पतालों में व्याप्त कुव्यवस्था और बदहाली के खिलाफ सोमवार को इंकलाबी नौजवान सभा ने सोमवार को जिला मुख्यालय में धरना दिया।
गिरिडीह : जिले के सरकारी अस्पतालों में व्याप्त कुव्यवस्था और बदहाली के खिलाफ सोमवार को इंकलाबी नौजवान सभा ने सोमवार को जिला मुख्यालय में धरना दिया। इसके बाद सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपकर अस्पतालों की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की गई।
मौके पर इंनौस के राष्ट्रीय सचिव संदीप जायसवाल ने कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी गिरिडीह जिले के लोग स्वास्थ्य संबंधी जरूरी सुविधाओं से वंचित हैं। कहीं अस्पताल है तो चिकित्सक नहीं, कहीं चिकित्सक हैं तो अस्पताल भवन नहीं। कहीं अस्पताल भवन वर्षों से अधर में लटका हुआ है तो कहीं भवन में बिजली, पानी और जरूरी सुविधाओं का घोर अभाव है। जनसंख्या के अनुरूप प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा व्यवस्था काफी चिताजनक है। धनवार अस्पताल में चिकित्सा कर्मियों के शराब पार्टी करने के मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए। जिला में जीटी रोड गुजरा है और सड़क दुर्घटना के मामले में अतिसंवेदनशील है। यहां ट्रामा सेंटर की खोलने की व्यवस्था की जाए। जिलाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि इंनौस ने 25 जून से सात जुलाई तक सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों का सोशल ऑडिट किया। इस दौरान अस्पतालों में काफी कुव्यवस्था पाई गई। इसी के विरोध में यह धरना दिया गया। इसके बाद भी अगर सुधार नहीं हुआ तो इंनौस व्यापक आन्दोलन करेगी। माले नेता राजेश सिन्हा ने भी जिला में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की मांग की। मौके पर धर्मेंद्र यादव, पूरन कुमार महतो, इम्तियाज अली, सुनील रविदास, मुस्तकीम अंसारी, मुमताज अंसारी, गंगाधार यादव, सीताराम पासवान, अविनाश सिंह, भोला महतो, मो. ताज, मिंटू मलिक आदि उपस्थित थे।