कोविड मरीजों को ऑक्सीजन देने को 191 बेड उपलब्ध
गिरिडीह कोरोना संक्रमण से गंभीर होकर इलाज के लिए फिलहाल अस्पतालों में बेड को लेकर
गिरिडीह : कोरोना संक्रमण से गंभीर होकर इलाज के लिए फिलहाल अस्पतालों में बेड को लेकर परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। संक्रमण से गंभीर होनेवाले मरीजो की जिदगी में ऑक्सीजन देने को अस्पतालों में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड जिला प्रशासन की पहल पर उपलब्ध है। संक्रमण से गंभीर होनेवाले मरीजों के लिए जिले के अलग-अलग अस्पतालों में 191 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड उपलब्ध है। इनमें नौ सरकारी कोविड केयर सेंटर में 69 तथा 20 निजी अस्पतालों व नर्सिगहोम में 122 बेड खाली हैं। वहीं निजी अस्पतालों के 233 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड में से 111 बेड व सरकारी कोविड केयर सेंटर के 126 बेड में 57 बेड भरा हुआ है।
- इन सरकारी कोविड केयर सेंटर में खाली हैं बेड : कोविड केयर सेंटर बरहमौरिया में 17, सदर अस्पताल में 16, कोविड केयर सेंटर बगोदर में 14, कोविड केयर सेंटर बिरनी में छह, कोविड केयर सेंटर देवरी में पांच, कोविड केयर सेंटर माल्डा में एक, कोविड केयर सेंटर गांडेय में तीन, कोविड केयर सेंटर पीरटांड़ में तीन व कोविड केयर सेंटर मिर्जागंज में चार बेड शामिल हैं।
इन 20 निजी अस्पतालों में भी हैं बेड खाली : श्रीविश्वनाथ नर्सिगहोम में छह, पावित्री अस्पताल में छह, गोवर्धन लाल नर्सिंग होम में तीन, आजाद नर्सिगहोम में चार, देवकी अस्पताल में सात, क्षितिज क्लिनिक में तीन, मीना जेनरल अस्पताल में 12, जीवनधारा नर्सिगहोम में पांच, सहयोग अस्पताल में छह, नवदीप नर्सिगहोम में छह, कौशल क्लिनिक में 10, शिवम क्लिनिक में 10, बसंती देवी गोयनका सेवा सदन में 15, दूबे नर्सिग होम में तीन, क्रस्ट केयर अस्पताल में छह, जीडी बगेडिया सेवा सदन में पांच, मंगलम नर्सिगहोम में पांच, नेत्रदान आई अस्पताल में एक व पाटलावती सेवा सदन में नौ बेड शामिल हैं। फिलहाल नवजीवन नर्सिगहोम में बेड भरा हुआ है और एक भी ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड उपलब्ध नहीं है।