Jharkhand Lockdown: गाड़ी नहीं मिली तो पैदल ही छत्तीसगढ़ निकल पड़ेे मजदूर Garhwa News
लॉकडाउन के कारण यात्री गाड़ियों के परिचालन ठप होने से मालवाहक ट्रक से छत्तीसगढ़ के रामचंद्रपुर के करीब 15 मजदूर गढ़वा पहुंचे थे।
गढ़वा, जासं। कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन के बीच देश में अलग-अलग हिस्सों से दिहाड़ी मजदूरों की घरवापसी का दौर जारी है। हर दिन ऐसे मजदूरों की भावुक करने वाली अलग-अलग कहानियां सुनने को मिल रही हैं। इसकी एक झलक शनिवार को भी देखने को मिली जब पश्चिम बंगाल के खडग़पुर से आए मजदूूूर पैदल ही ग ढ़वा से अपने घर छत्तीसगढ़ के रामचंद्रपुर जाने के लिए रवाना हो गए।
मालवाहक ट्रक से पहुंचे थे गढ़वा
लॉकडाउन के कारण यात्री गाड़ियों के परिचालन ठप होने से मालवाहक ट्रक से छत्तीसगढ़ के रामचंद्रपुर के करीब 15 मजदूर गढ़वा पहुंचे थे। इसकी सूचना मिलने पर रैपिड रिस्पांस टीम ने सदर अस्पताल में इन मजदूरों का स्वास्थ्य जांच कराया। इन सभी मजदूरों में फिलवक्त कोरोना वायरस के संक्रमण का कोई लक्षण अब तक नहीं पाया गया है। स्वास्थ्य जांच के बाद सदर अस्पताल परिसर में बैठ कर बड़ी देर तक इन मजदूरों ने गाड़ी मिलने की प्रतीक्षा की, लेकिन कोई व्यवस्था न होते देख ये मजदूर पैदल ही अपने घरों के लिए रवाना हो गए।
शारीरिक दूरी का कड़ाई से हो रहा पालन
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सदर अस्पताल में पूरी सतर्कता बरती जा रही है। चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही इलाज के लिए सदर अस्पताल आने वाले मरीजों को भी सतर्क किया रहा है। मरीजों को मॉस्क या मुंह पर रुमाल आदि बांधने की नसीहत दी जा रही है। वहीं इलाज के लिए लाइन में खड़े होने पर उन्हें शारीरिक दूरी के नियमों का अनुपालन कराया जा रहा है। गोड्डा जिले से काम कर प्रशासन के सहयोग से गढ़वा आए लोगों की स्वास्थ्य जांच के लिए सदर अस्पताल लाया गया था। सभी लोगों को एक दूसरे से एक मीटर की दूरी पर लाइन में खड़ा किया गया था। इधर सदर अस्पताल के मेडिसीन व सीसी ओपीडी के अलावा इमर्जेंसी कक्ष में करीब 200 लोगों का स्वास्थ्य जांच किया गया।