जवानों ने आटो चालक को पीटा, ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
संवाद सूत्र मझिआंव (गढ़वा) मझिआंव थाना पुलिस द्वारा आटो चालक की पिटाई के विरोध में ग्रामीणों ने रोड जाम कर दिया।
संवाद सूत्र, मझिआंव (गढ़वा) : मझिआंव थाना पुलिस द्वारा आटो चालक की पिटाई के विरोध में शनिवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने गढ़वा मझिआंव मुख्य पथ में आमर गांव के समीप सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। दोपहर दो बजे से साढ़े चार बजे तक लगभग ढ़ाई घंटा लोगों ने सड़क जाम कर दिया। जिससे उक्त पथ में वाहनों की लंबी कतार लग गई। जानकारी के अनुसार आमर गांव के पास पुलिस कर्मियों ने आटो चालक के साथ मारपीट की। मारपीट में घायल आटो चालक मेराल थाना क्षेत्र के दलेली गांव निवासी पीतांबर यादव पिता जनविजय यादव बताया जा रहा है। जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल गढ़वा में भर्ती कराया गया है। सड़क जाम के कारण यात्री बस व एंबुलेंस समेत छोटे-बड़े वाहन की लंबी कतार लग गई। सड़क जाम में एंबुलेंस लगभग आधे घंटे फंसी रही। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मझिआंव थाना के तीन पुलिस के जवान मोटरसाइकिल से अचानक आकर आटो चालक की पिटाई करने लगे। इस पर ग्रामीण वहां एकत्रित हो गए तथा विरोध किया। जिसके बाद पुलिस के जवान स्थिति को देखते हुए वापस लौट गए। मारपीट आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया। जाम की सूचना पाते ही पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार सिंह एवं थाना प्रभारी सुधांशु कुमार पुलिस बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे।
पुलिस को देखते ही ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए आक्रोश व्यक्त किया। पुलिस पदाधिकारियों द्वारा काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया गया। लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि जब तक जिले के प्रशासनिक पदाधिकारी नहीं आते हैं तब तक सड़क जाम रखा जाएगा। इस पर पदाधिकारियों ने सड़क जाम कर रहे लोगों को दोषी जवानों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। बावजूद इसके वह नहीं माने। इस दौरान आटो चालक की मां व स्वजन वहां पहुंच गए तथा घायल बेटे को देखकर दहाड़ मारकर रोने लगीं। सूचना पर अंचलाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी अमरेन डांग जाम स्थल पर पहुंचे तथा अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए तुरंत घायल युवक को बेहतर इलाज हेतु गढ़वा भिजवाया। इसके बाद लोगों को समझा बुझाकर सड़क जाम समाप्त कराया गया।
इस संबंध में पूछे जाने पर पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा चेकिग अभियान चलाया जा रहा था। चेकिग के दौरान उक्त आटो चालक तेजी से आटो लेकर जाने लगा। पुलिस को शंका हुई तथा उसका पीछा किया। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस के जवानों द्वारा मारपीट किया गया है तो इसकी जांच कराते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।