रामचरितमानस संपूर्ण जीवन दर्शन : माला व्यास
चैनपुर : तुलसी बाबा कृत रामचरित मानस संपूर्ण जीवन दर्शन है। इसमें प्रभु श्री राम समेत सभी पात्रों ने आदर्श के उच्चतम मानदंड स्थापित किए हैं। माता-पिता, गुरुजन, भाई-बहन पत्नी सेवक आदि से परस्पर आचार व्यवहार की मर्यादापूर्वक व्याख्या की गई है। हमें इसे जीवन में उतारना चाहिए। उक्त बातें विदुषी माला व्यास ने कही। वे मंगलवार की रात चैनपुर प्रखंड के हरिनामांड़ गांव में आयोजित श्री रामचरितमानस नवाह्न पारायण पाठ महायज्ञ में संगीतमय प्रवचन कर रही थी। उन्होंने कहा कि सत्संग की महिमा अपरंपार है सत्संग से मनुष्य के सारे पाप संताप कट जाते हैं।
चैनपुर, पलामू : तुलसी बाबाकृत रामचरित मानस संपूर्ण जीवन दर्शन है। इसमें प्रभु श्री राम समेत सभी पात्रों ने आदर्श के उच्चतम मानदंड स्थापित किए हैं। माता-पिता, गुरुजन, भाई-बहन पत्नी सेवक आदि से परस्पर आचार व्यवहार की मर्यादापूर्वक व्याख्या की गई है। हमें इसे जीवन में उतारना चाहिए। उक्त बातें विदुषी माला व्यास ने कही। वे मंगलवार की रात चैनपुर प्रखंड के हरिनामांड़ गांव में आयोजित श्री रामचरितमानस नवाह्न पारायण पाठ महायज्ञ में संगीतमय प्रवचन कर रही थी। उन्होंने कहा कि सत्संग की महिमा अपरंपार है सत्संग से मनुष्य के सारे पाप संताप कट जाते हैं। साथ ही मानव जीवन का कल्याण हो जाता है। कहा कि बिनु सत्संग विवेक न होई राम कृपा बिनु सुलभ न सोई। अर्थात सत्संग से ही विवेक की प्राप्ति होती है। यह प्रभु कृपा से ही मिलता है। माला व्यास ने कहा कि कलयुग में प्रभु श्री राम के जप नाम का बड़ा महत्व है। इस नाम जप से मानव जीवन कृतार्थ हो जाता है एवं भाव बंधन से मुक्ति मिल जाती है। इधर बुधवार को पूजा पंडाल में स्थापित राम दरबार की परिक्रमा में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। तीसरे पहर अष्टम दिवस का पाठ पारायण कराया गया।