होटलों में नहीं है आग बुझाने की समुचित व्यवस्था
- ज्यादातर होटल संचालक आग बुझाने के उपकरण से भी है अनभिज्ञ फोटो- 3- आग बुझाने का उपकरण दिखाता होटल संचालक, 4- गढ़वा के एक होटल में रखा आग बुझाने का उपकरण संवाद सहयोगी, गढ़वा: नई दिल्ली के अर्पित पैलेस नामक होटल में लगी आग से 17 लोगों की मौत हो गई। बावजूद इसके लोग इसके प्रति सचेत नहीं हैं। गढ़वा जिले में संचालित ज्यादातर होटलों में आग बुझाने से संबंधित उपकरण नहीं हैं। यहां तक कि कई होटल संचालक आग बुझाने के प्रति न तो सचेत हैं और न ही इससे संबंधित उपकरणों के बारे में ही जानकारी है।
गढ़वा: नई दिल्ली के अर्पित पैलेस नामक होटल में लगी आग से 17 लोगों की मौत हो गई। बावजूद इसके लोग इसके प्रति सचेत नहीं हैं। गढ़वा जिले में संचालित ज्यादातर होटलों में आग बुझाने से संबंधित उपकरण नहीं हैं। यहां तक कि कई होटल संचालक आग बुझाने के प्रति न तो सचेत हैं और न ही इससे संबंधित उपकरणों के बारे में ही जानकारी है। इस संबंध में दैनिक जागरण प्रतिनिधि ने जब इसकी पड़ताल की तो आग बुझाने को लेकर लापरवाही सामने आई। जिला मुख्यालय के आस-पास संचालिक ज्यादातर होटल में अग्निशमन यंत्र नहीं पाए गए। कुछ एक होटलों को छोड़कर सभी में किसी प्रकार का उपकरण मौजूद नहीं था। यहां तक कि इनमें आग पर काबू पाने लिए बालू की भी व्यवस्था नहीं थी। इतना ही नहीं होटल के कर्मचारियों को इन उपकरण की न तो जानकारी है और न ही वह इसे संचालित करना ही जानते हैं। ऐसे में यदि किसी होटल में आग लग जाए दिल्ली जैसी घटना की पुनरावृत्ति हो सकती है। यहां ज्यादातर होटल मुख्य पथ के आस-पास है मगर मुख्य पथ में जाम की स्थित को देखते हुए फायर बिग्रेड की गाड़ी का यहां पहुंचने में समय लग सकता है। मालूम हो कि जिले में लगभग 40 होटल हैं। जिसमें प्रतिदिन 200 से 300 लोग आते हैं। ऐसे में होटल में आग लगने पर इनकी जान को खतरा हो सकता है। सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थित होटल में आग लगने पर जिला मुख्यालय में स्थित फायर बिग्रेड वाहन को पहुंचने में समय लगता है।
पक्ष
आग लगने की स्थिति में फायर बिग्रेड कर्मी हमेशा सचेत रहते हैं। मगर ट्रैफिक जाम व संकीर्ण गलियों में आग लगने की स्थिति में हमें परेशानी का सामना करना पड़ता है। बावजूद इसके हमलोग सचेत रहते हैं। होटलों में आग बुझाने के उपकरण होने चाहिए। ताकि आग लगने की स्थिति में त्वरित कार्रवाई हो सके।
ब्रजकिशोर पासवान, प्रभारी, अग्निशमन विभाग, गढ़वा