शौचालय निर्माण के लिए जलसहिया व प्रेरकों को दिया गया प्रशिक्षण
मझिआंव : प्रखंड परिसर स्थित कंप्यूटर सह एमआइएस कार्यालय में शनिवार को स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय
मझिआंव : प्रखंड परिसर स्थित कंप्यूटर सह एमआइएस कार्यालय में शनिवार को स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण कराने जाने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान पीएचइडी विभाग के ट्रेनर सह कनीय अभियंता शिवकुमार पाठक द्वारा शौचालय निर्माण के लिए विस्तृत रूप से तौर तरीका बताया। मौके पर उपस्थित बीडीओ अमरेन डांग ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में आगामी 30 मई तक प्रखंड क्षेत्र में शौचालय कार्य पूरा कराकर ओडीएफ घोषित करा देना है। उन्होंने बारी-बारी से सभी पंचायतों में कराए जा रहे शौचालय निर्माण कार्य की अनुश्रवण करते हुए प्रतिदिन रिपोर्ट देने का निर्देश प्रेरक व जलसहिया को दिया। बीडीओ ने कहा कि सरकारी मापदंड के अनुसार ही शौचालय निर्माण कराया जाना है। लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन प्रत्येक पंचायत में चार शौचालय का निर्माण कराया जाना चाहिए तभी लक्ष्य की प्राप्ति हो सकती है। उन्होंने प्रेरकों व जलसहिया को हिदायत देते हुए कहा कि अपने-अपने कार्य क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शौचालय बनवाएं। शौचालय निर्माण कार्य की गुणवत्ता ठीक नहीं होती है तो भुगतान पर रोक लगा दिया जाएगा। उन्होंने जलसहिया से कहा कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए ड्रेस का प्रयोग करें। निर्देश का पालन नहीं करने पर कार्रवाई होगी। शौचालय निर्माण की गुणवत्ता के लिए पांच जेई को प्रतिनियुक्त किया गया है। इनके द्वारा शौचालय निर्माण की उपयोगिता की प्रगति रिपोर्ट देने के बाद ही राशि का भुगतान कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने प्रेरकों को निर्देश दिया कि वे अपने कार्य क्षेत्र के लोक शिक्षा केंद्र पर उपस्थित होकर नियमित रूप से केंद्र का संचालन करें। साथ ही शौचालय निर्माण की लक्ष्य प्राप्ति कर जल सहिया से आपसी समन्वय बनाकर शौचालय निर्माण कार्य में हाथ बंटाने का निर्देश दिया। बीडीओ ने कहा कि वर्तमान में साक्षरता प्रखंड प्रबंधक के रूप में प्रेरक कामेश्वर बैठा को प्रतिनयुक्त किया गया है। मौके पर पीएचइडी विभाग के जेई शिवकुमार पाठक, अरूण कुमार मरांडी, प्रेरक अर्जुन विश्वकर्मा, सुषमा पाठक, ¨रकी देवी, ¨चता देवी, भरत मेहता, सुनीता देवी, संदीप ¨सह, विश्वनाथ राम, अनिल ठाकुर, सुनीता देवी, सिकेंद्र प्रसाद सहित जलसहिया उपस्थित थे।