Gadhawa: झामुमो नेताओं ने सिविल सर्जन कार्यालय में काटा बवाल, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को जड़ा थप्पड़
हजारीबाग में डीसीसी के बॉडीगार्ड द्वारा चिकित्सक के साथ बदसलुकी का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि गढ़वा में भी चिकित्सक के साथ मारपीट की घटना सामने आ गई। गुरुवार को सदर अस्पताल परिसर में पहुंचे झामुमो कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल काटा।
संवाद सहयोगी, गढ़वा: हजारीबाग में डीसीसी के बॉडीगार्ड द्वारा चिकित्सक के साथ बदसलुकी का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि गढ़वा में भी चिकित्सक के साथ मारपीट की घटना सामने आ गई। गुरुवार को सदर अस्पताल परिसर के सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में 20-25 की संख्या में पहुंचे झामुमो कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल काटा।
सदर अस्पताल उपाधीक्षक के साथ की मारपीट
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग में हुए कार्यों का हिसाब की मांग करते हुए सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अवधेश सिंह को निशाने पर ले लिया और उनके साथ मारपीट भी कर दी। सिविल सर्जन कार्यालय में गाली-गलौज और हंगामा करीब आधे घंटे तक चलता रहा।
ठेकेदारी को लेकर नाराज थे झामुमो नेता
स्वास्थ्य विभाग में ठेकेदारी को लेकर झामुमो के लोगों नाराजगी की बात सामने आ रही है। जिला परिषद अध्यक्ष शांति देवी, बीस सूत्री के जिला अध्यक्ष नितेश सिंह, झामुमो के जिला अध्यक्ष तनवीर आलम खान, झामुमो नेता ताहिर अंसारी समेत 20-25 की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शाम करीब साढ़े तीन बजे सिविल सर्जन कार्यालय में पहुंचे थे।
ठेकेदारी का काम झामुमो कार्यकर्ताओं का बना रहे थे दबाव
नेताओं ने सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार से सदर अस्पताल समेत स्वास्थ्य विभाग में हुए विकास कार्यों के बारे में हिसाब मांगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के सभी कार्यों की ठेकेदारी झामुमो कार्यकर्ताओं को देने का दबाव बनाने लगे।
उपाधीक्षक पर अभद्रता का लगाया आरोप
इस दौरान उन लोगों ने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अवधेश सिंह पर अभद्रता से बातचीत करने का भी आरोप लगा दिया। साथ ही समय पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराए जाने को लेकर उन पर नाराजगी जताई।
बताया गया कि जब डॉ. अवधेश सिंह ने अपने उपर लग रहे आरोप गलत बताते हुए झामुमो नेता को कसम खाने की बात कही तो उनके साथ मारपीट की गई। इसके बाद डॉ.अवधेश सिंह सिविल सर्जन कार्यालय से निकल कर चले गए। जब उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
नए उपायुक्त के पदभार ग्रहण करने के दो घंटे भीतर घटी घटना
इधर, इस घटना को उपायुक्त के तबादले से जोड़ कर देखा जा रहा है। लोगों की मानें तो ऐसी घटनाएं पहले ही घटित हो सकती थी लेकिन रमेश घोलप के उपायुक्त पद पर आसीन होने के कारण झामुमो के लोग मुखर होकर कुछ नहीं कर पा रहे थे। गुरुवार को नए उपायुक्त के पदभार ग्रहण करने के दो घंटे के भीतर ही इस तरह की घटना घटित होना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
झामुमो नेता ने कहा, नहीं की कोई अभद्रता
गढ़वा झामुमो के जिलाध्यक्ष तनवीर आलम खान जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि झामुमो के किसी भी कार्यकर्ता ने सिविल सर्जन या किसी भी चिकित्सक के साथ अभद्रता नहीं की है। हमलोग सिर्फ बातचीत के लिए गए थे। बातचीत कर वापस आ गए।
सिविल सर्जन ने लगाया आरोप
वहीं गढ़वा सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि जिप अध्यक्ष व जिला बीस सूत्री अध्यक्ष के नेतृत्व में लोग उनके कार्यालय में आकर स्वास्थ्य विभाग में हुए कार्यों को लेकर हिसाब मांग रहे थे। इस दौरान नाराजगी जताते हुए हल्ला हंगामा हुआ है।