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सदर अस्पताल में रक्त के नाम पर महिला से ठगी

- दस माह के बच्चे को रक्त चढ़ाने के लिए लालों के हौसले बुलंद हैं। विगत

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 06:06 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 06:16 AM (IST)
सदर अस्पताल में रक्त के नाम पर महिला से ठगी
सदर अस्पताल में रक्त के नाम पर महिला से ठगी

गढ़वा : सदर अस्पताल में दलालों की सक्रियता पर अंकुश नहीं लग रहा है। दलाल सीधे सादे ग्रामीण मरीज व उनके परिजन अक्सर इन दलालों के शिकार बन जाते हैं। बुधवार को भी एक ऐसा ही मामला सामने आया। दस माह के बच्चे को लेकर अस्पताल आई महिला से रक्त दिलाने के नाम पर सदर अस्पताल के ओपीडी हॉल से 2500 रुपए की ठगी कर ली गई। ठगी करने वाला चिकित्सक का पुरजा व ब्लड रिक्यूजिशन फॉर्म आदि कागजात भी लेकर भाग गया।

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- क्या है मामला -

मेराल थाना क्षेत्र के ओखरगाड़ा गांव निवासी विजय साह का दस माह का पुत्र मनु साह को निजी चिकित्सक डॉ आलोक तिवारी रक्त चढ़ाने की आवश्यकता बताते हुए सदर अस्पताल जाने की सलाह दिया था। इसके पश्चात बच्चे को लेकर उसकी मां गीता देवी अपनी सास राधिका देवी के साथ सदर अस्पताल पहुंची। सदर अस्पताल में शिशु रोग ओपीडी में दिखाने के बाद उसे भर्ती कर लिया गया। रक्त जांच में हीमोग्लोबिन लेबल 4 तथा ओ पॉजिटिव ब्लड ग्रुप बताया गया। ब्लड बैंक में जाने पर उन्हें ब्लड रिप्लेसमेंट के लिए रक्तदाता खोज कर लाने को कहा गया। तभी वहीं खड़े एक व्यक्ति ने दोनों महिलाओं को ब्लड बैंक से बाहर लेकर आया और उन्हें पैसा लेकर ब्लड दिलाने का आश्वासन दिया। फिर उन दोनों महिलाओं को लेकर ओपीडी हॉल में आ गया। वहां उनसे 2500 रुपए व कागजात लेकर अपना रक्तजांच कराने के नाम पर वहां से फरार हो गया।

- सीसीटीवी फूटेज खंगालने से हो सकती है ठग की पहचान:

सदर अस्पताल में लगे सीसीटीवी फूटेज को खंगालने से महिला से रुपए ठग कर भागने वाले व्यक्ति की पहचान हो सकती है। अस्पताल के मुख्य द्वार से प्रवेश करने के बाद अस्पताल प्रबंधक के कक्ष के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा है। इसमें मुख्य द्वार से अस्पताल में आने वाले व्यक्ति तथा रजिस्ट्रेशन काउंटर पर खड़े लोगों की तस्वीर कैद हो जाती है। महिलाओं को लेकर उनसे ठगी करने वाला मुख्य प्रवेश द्वार से ही ओपीडी हॉल में गया था। इससे उसकी पहचान आसानी से की जा सकती है।

- पहले भी ब्लड के नाम पर ठगी के मामले आए हैं सामने :

सदर अस्पताल में ब्लड दिलाने के नाम पर ठगी के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई होने के कारण दलालों के हौसले बुलंद हैं। विगत 8 फरवरी 2020 को ही ब्लड बैंक से धुरकी के एक व्यक्ति से ब्लड देने के नाम पर सौदेबाजी करते मेदिनीनगर का प्रकाश कुमार चौरसिया नामक व्यक्ति पकड़ा गया था। लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उसके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं किया।

- पक्ष -

अस्पताल का कोई कर्मचारी ठगी में संलिप्त होगा तो उस पर हम कार्रवाई कर सकते हैं। किसी बाहरी व्यक्ति जिसके बारे में कुछ भी मालूम नहीं है, उसके विरुद्ध कैसे कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ एनके रजक, सिविल सर्जन, गढ़वा।


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