जंगली जानवरों से फसल नुकसान को ले वन विभाग ने शुरु की कवायद
- अब प्रभावित गांवों में जंगली जानवरों को भगाने के लिए ग्रामीणों को शामिल कर बनेगी रेस्क्यू टीम - टीम के सदस्यों को संसाधन मुहैय्या कराएगा वन विभाग गढ़वा: जिले में जंगली जानवरों से फसल नुकसान को रोकने के लिए वन विभाग ने कवायद शुरु कर दी है। इसके तहत प्रत्येक प्रभावित गांवों में एक रेस्क्यू टीम बनाई जाएगी। उसमें वहीं ग्रामीणों को रखा जाएगा।
गढ़वा: जिले में जंगली जानवरों से फसल नुकसान को रोकने के लिए वन विभाग ने कवायद शुरु कर दी है। इसके तहत प्रत्येक प्रभावित गांवों में एक रेस्क्यू टीम बनाई जाएगी। उसमें वहीं ग्रामीणों को रखा जाएगा। उस कमेटी को वन विभाग द्वारा एंटी डिप्रेडेशन स्कीम के तहत राशि मुहैय्या कराया जाएगा। जिससे ग्रामीण जंगली जानवरों को भगाने के लिए केरोसिन, पटाखा, टॉर्च आदि खरीद सकेंगे। इस संबंध में गढ़वा उतरी वन प्रमंडल के डीएफओ अर¨वद कुमार गुप्ता ने बताया कि कैंपा वार्षिक कार्य योजना 2018-19 एवं 2019-20 के लिए एंटी डिप्रेडेशन योजना का प्रस्ताव वन संरक्षक प्रादेशिक अंचल गढ़वा को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली जानवरों द्वारा फसल समेत जानमाल की भी क्षति पहुंचाने के मामले सामने आ रहे हैं। नीलगायों द्वारा फसल क्षति पहुंचाने के मामले को लेकर ग्रामीणों के साथ ही यहां के जनप्रतिनिधि भी मुखर हैं। इस मामले को राज्य विधानसभा में भी उठाया गया है। जिसके बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्य प्राणी एवं मुख्य वन्य प्राणी प्रतिपालक झारखंड, रांची ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि उक्त निर्देश के अनुसार ही एंटी डिप्रेडेशन स्कीम के लिए विभिन्न मदों में राशि की मांग संबंधित विभाग से की गई है। आवंटन प्राप्त होते ही प्रभावित गांवों में रेस्क्यू टीम गठित कर उन्हें आवश्यक संसाधनों के लिए राशि मुहैय्या कराई जाएगी। डीएफओ ने बताया कि भवनाथपुर वन प्रक्षेत्र में जंगली हाथी पहुंच कर जानमाल का नुकसान किया है। वहीं गढ़वा वन प्रक्षेत्र के जरही गांव में तेंदुआ ने कुछ ग्रामीणों को घायल कर दिया, जिसे ग्रामीणों ने मार दिया था। इन घटनाओं को देखते हुए विगत 23 जनवरी को क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक पलामू , मेदिनीनगर ने गढ़वा व भवनाथपुर वन प्रक्षेत्रों का निरीक्षण के उपरांत जंगली जानवरों को भगाने के लिए एंटी डिप्रेडेशन स्कीम के तहत टीम गठित करने का आदेश दिया है।